ऋषिकेश। पूरे उत्तराखंड में गुस्से का उबाल ला देने वाले अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच के लिए गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम एसआईटी ने जांच काफी हद तक पूरी कर ली है। आरोपियों से पूछताछ में अब टीम की जांच वीआईपी एंगल की ओर आगे बढ़ रही है
आज रविवार को एसआईटी प्रभारी डीआईजी (लॉ एंड ऑर्डर) पी रेणुका देवी ने हत्याकांड में तफ्तीश को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने लक्ष्मणझूला थाने में हत्याकांड से जुड़े हर सवाल को सुना और उनका जवाब भी दिया। उन्होंने बताया एसआईटी की जांच काफी आगे तक बढ़ चुकी है। घटना का मकसद और कैसे-कैसे घटनाक्रम हुआ, इसमें भी टीम की विवेचना काफी आगे तक पहुंच गई है। रिजॉर्ट में काम करने वाले सभी कर्मचारियों से पूछताछ हुई है। बयान दर्ज करने के साथ उनके पास मौजूद साक्ष्यों को भी टीम ने कब्जे में लिया है।
आईजी ने दावा किया कि रिजॉर्ट में ज्यादा मारपीट नहीं हुई, लेकिन वहां ‘कुछ’ घटना जरूर हुई है। यह भी उसी रात का हिस्सा है, जिस रात को कत्ल हुआ। जांच में यह सामने आया है कि रिजॉर्ट में रूम है और उसमें प्रेसिडेंशियल सूट भी हैं। उन सूट में रुकने वालों को ही रिजॉर्ट स्टाफ वीआईपी बोलते हैं। अब इसी एंगल की तरफ ही जांच भी जा रही है। हालांकि अभी तक पड़ताल में काली गाड़ी का कोई जिक्र या फिर तथ्य सामने नहीं आया है। घटनाक्रम कहां हुआ है, तो साक्ष्यों के आधार पर इसकी एसआईटी ने भी जांच में तस्दीक की है।
उन्होंने बताया कि पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान सीन ऑफ क्राइम पर उनकी विजिट कराई गई. घटनास्थल के इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी इसकी तस्दीक कर रहे हैं। क्राइम सीन की पुष्टि आरोपियों से पुलिस कस्टडी रिमांड के बाद कराई गई है। आरोपी का मोबाइल पुलिस ने पहले ही बरामद कर लिया गया था। एक-दो मोबाइल और हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। पटवारी से पूछताछ कर ली गई है। कुछ मुख्य गवाह हैं जो सीधे तौर पर इस वारदात से जुड़े हैं। सभी से पूछताछ कर उनके बयान भी दर्ज किए गए हैं। अंकिता के दोस्त से भी पूछताछ की गई है।
डीआईजी ने बताया कि इस मामले में मौजूदा वक्त में तीन आरोपी हैं। इन आरोपियों से इतर अभी किसी अन्य को लेकर कोई साक्ष्य नहीं है। और सबूत विवेचना में मिलते हैं, तो कार्रवाई होगी। प्रकरण की जांच-पड़ताल अंतिम चरण के आसपास है और जल्द ही इस मामले की चार्जशीट अदालत में दाखिल की जाएगी।