सत्र शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा

राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर सरकार पर परंपरा तोड़ने का आरोप लगाते हुए सदन की सीढ़ियों पर धरने पर बैठे

देहरादून। सोमवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के निर्धारित समय से पहले अभिभाषण शुरू होने पर विपक्ष के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया और सरकार पर परंपरा तोड़ने का आरोप लगाते हुए सदन की सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गये। हालांकि सरकार ने उनके आरोप को सिरे से नकार दिया और राज्यपाल के अभिभाषण को शुरू करने को सही ठहराया।
विधानसभा सदन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सत्र शुरू होते ही अपना अभिभाषण पढ़ना शुरू किया तो विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि सरकार ने परंपरा तोड़ते हुए राज्यपाल का अभिभाषण समय से पूर्व 10 बजकर 54 मिनट पर शुरू करा दिया जबकि परंपरा के अनुसार ठीक 11 बजे उनका अभिभाषण शुरू होना था। इस दौरान विपक्ष के सभी सदस्य शोर मचाते हुए सदन की सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गये। हालांकि बेबी रानी मौर्य ने अपना अभिभाषण पूरा किया और सदन तीन बजे तक स्थगित कर दिया गया। इस बारे में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने सरकार की ओर से सफाई देते हुए कहा कि परंपरा का उल्लंघन नहीं किया गया है। राज्यपाल के सदन में आते ही अभिभाषण शुरू करने की परंपरा रही है क्योंकि राज्यपाल को बैठाने की परंपरा नहीं है। इसलिये उनके आते ही अभिभाषण शुरू करा दिया गया। गौरतलब है कि विधानसभा का सत्र 22 फरवरी तक चलेगा, लेकिन प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए 14 फरवरी को अवकाश रखा गया है। 14 फरवरी को नरेंद्र मोदी उत्तराखंड आ रहे हैं।

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