आंतकवाद की जड़ पर सबसे बड़ा प्रहारः मुख्यमंत्री

  • एयर स्ट्राइक के लिए वायुसेना के जांबाज रणबाकुरों को दिल से गहराईयों से धन्यवाद
  • निर्णायक नेतृत्व के लिए पीएम मोदी को बधाई

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में भाजपा की सरकार आते ही आतंकवाद के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनाई है। आज का एयर स्ट्राइक आतंकवाद की जड़ पर सबसे बड़ा प्रहार है। इस निर्णायक नेतृत्व के लिए हम प्रधानमंत्री मोदी को हार्दिक बधाई देते हैं क्यूंकि उनके लिए सबकुछ मुमकिन है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम वायु सेना के जांबाज रणबाकुरों को दिल की गहराइयों से धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने चुनौती स्वीकार करते हुए पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को तबाह किया। भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह करना आतंक को पनाह देने वाले मुल्क के लिए करारा सबक है। ये नया भारत है जिसका नेतृत्व मोदी जी के हाथों में सुरक्षित है।
वर्ष 1971 के बाद पहली बार भारत ने पाकिस्तान के घर पर एयर स्ट्राइक करके आतंकी ठिकानों को तबाह किया। इसमें सैकड़ों आतंकवादी मारे गए हैं। जिसमें युसूफ जैसे जैश के कई टाप कमांडर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद भारत में और फिदायीन हमलों की फिराक में था। इसके लिए बालाकोट में बड़े पैमानों पर बड़े आतंकी कमांडर सैकड़ों आतंकियों को प्रशिक्षित कर रहे थे। इसलिए संभावित खतरों को देखते हुए भारत के लिए इन आतंकी ट्रेनिंग कैंपों पर एक्शन लेना जरूरी था। हमने दो दशकों से लगातार पाकिस्तान को सबूत पर सबूत दिए, लेकिन पाकिस्तान ने कोई कार्रवाई नहीं की।
त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि यह पूरी तरह से असैन्य कार्रवाई थी, इस कार्रवाई में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया कि निर्दोष जनता को कोई नुकसान न हो। यह पूरी कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी। आतंक की फैक्ट्री जैश-ए-मोहम्मद की जड़ को खत्म करने के लिए था। भाजपा के लिए स्वयं से बड़ा दल और दल से बड़ा देश होता है। हमारे लिए राष्ट्र की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया यह जानती है कि जैश का हेडक्वार्टर बहावलपुर से आपरेट होता है। बगलकोट, चिकोट, मुजफ्फराबाद औरखैबर-पख्तून प्रांत में आतंकी संगठनों के कई अड्डे हैं। यहां फिर से भारत में फिदायीन हमले की साजिश रची जा रही थी और आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी जा रही थी। पाकिस्तानी आतंकी संगठन न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व में शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है। ईरान में विगत 13 फरवरी को पाकिस्तान के आतंकी संगठनों ने बम विस्फोट कर वहां के कई जवानों को शहीद कर दिया था। पूरी दुनिया जानती है कि ओसामा बिन लादेन कहां छिपा बैठा था। पूरी दुनिया जानती है कि मुंबई हमले का गुनहगार कहां से आया था। पूरी दुनिया जानती है कि पुलवामा हमले का मास्टर माइंड कामरान और गाजी कहां से आए थे। हर कोई जानता है कि हाफिज सईद और मसूद अजहर कहां से आतंकियों को संचालित कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2001 में जैश-ए-मोहम्मद ने देश के लोकतंत्र के मंदिर संसद पर हमला किया। 2016 में पठानकोट हमला किया और 14 फरवरी को पुलवामा में कायरतापूर्ण हमले में देश के 40 वीर जवानों को शहीद कर दिया गया। लेकिन पाकिस्तान ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। पुलवामा हमले के मुख्य आरोपी और जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर पाकिस्तानी आतंकवादी कामरान और राशिद गाजी को हमले के 100 घंटों में ही मार गिराया गया। 26 फरवरी को तड़के साढ़े तीन बजे वायु सेना के जांबाजो ने आतंकी कैंपों को निशाना बनाते हुए सैकड़ों आतंकवादियों को मार गिराया।

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