उत्तराखंड में आज भी बारिश के आसार

मौसम हुआ सुहाना

  • अगले 24 घंटों के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में ओले गिरने की आशंका
  • दून में तेज हवाओं के साथ पांच घंटे जमकर बरसे बदर, हुई 66 मिमी बारिश

देहरादून। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में आज मंगलवार को भी बारिश का अनुमान है। हालांकि अगले 24 घंटों के दौरान पहाड़ी इलाकों में ओले गिरने की आशंका है। दून में पांच घंटे बादल जमकर बरसे और 66 मिमी बारिश हुई।
दून समेत आसपास के इलाकों में सोमवार दोपहर बाद करीब पांच घंटे झमाझम बारिश हुई। आशारोडी क्षेत्र में सबसे अधिक 66 मिमी और मोहकमपुर क्षेत्र में सबसे कम 57 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। कुछ मैदानी इलाकों में 70 किमी तक की गति से आंधी आ सकती है। चमोली जिले में देर रात तक हुई झमाझम बारिश से तापमान में भारी गिरावट आ गई है। बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में ठंड बढ़ गई है। तीर्थयात्री भी सुहावने मौसम का लुत्फ उठा रहे हैं। यहां दोपहर बाद फिर से बारिश और बर्फबारी की सम्भावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार आज मंगलवार को भी दून समेत प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में गरज और चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। राज्य के लगभग सभी पहाड़ी इलाकों में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं।
मौसम विभाग के अनुसार मैदानी इलाकों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से आंधी चलेगी। आंधी की रफ्तार 70 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है। दून में भी बादल छाये रहने, बारिश और तेज रफ्तार आंधी के आसार हैं। 
मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले कुछ दिन प्री मानसून की तेज बारिश हो सकती है। इस दौरान शहर के लगभग सभी इलाकों में बारिश होने का अनुमान है। 
चमोली जिले में सोमवार को दोपहर बाद हेमकुंड साहिब की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई, जबकि बदरीनाथ धाम में मौसम सामान्य बना रहा। जिले के निचले क्षेत्रों में दिनभर बादल छाए रहे, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। बदरीनाथ धाम में दोपहर बाद बर्फीली हवाएं चलने से ठंड में इजाफा हो गया है। धाम में पहुंचे तीर्थयात्री यहां के सुहावने मौसम का खूब लुत्फ उठा रहे हैं। मसूरी में भी सोमवार शाम हल्की बारिश के चलते मौसम का मिजाज बदल गया। यहां बारिश शुरू होते ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई। वहीं मौसम सुहावना होने के कारण देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों के चेहरे भी खिल उठे। मसूरी में पर्यटकों ने खूब मौसम का मजा लिया। मौसम विभाग की माने तो अगले 24 घंटे में ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों के साथ निचले इलाकों में भी बूंदाबांदी होने का अनुमान है।
आसमान में काले बादल छाने के साथ ही नरेंद्रनगर, चंबा, नई टिहरी, घनसाली और लंबगांव क्षेत्र में रिमझिम बारिश होती रही।  जंगलों की आग बुझाने में भी बारिश की फुहारें मददगार साबित हुई है। क्षेत्र में हुई तेज बारिश के कारण ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग यहां बाईपास में डेढ़ घंटे तक बंद रहा। जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। राजमार्ग 12 जून सुबह को भी बंद हो गया था। जिसे एनएच खंड 44 घंटे बाद खोल पाया था। सोमवार को क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के कारण राजमार्ग शाम साढ़े तीन बजे बंद हो गया। मौके पर मौजूद जेसीबी मशीन से मलबा हटाया गया। जिससे पांच बजे मार्ग पर यातायात बहाल कर दिया गया। जिससे वहां फंसे लोगों ने राहत की सांस ली है। लोनिवि एनएच खंड के ईई कैलाश जोशी ने बताया कि मार्ग पर मलबा आने के आधे घंटे बाद ही मार्ग खोल दिया था। मलबा हटाने के लिए वहां पर तीन पोकलैंड मशीन तैनात की गई है।
उत्तरकाशी में बीते कई दिनों से जारी भीषण गर्मी के प्रकोप के बीच सोमवार शाम को हुई झमाझम बारिश ने सभी जनपद वासियों को सुकून पहुंचाया है। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से तापमान में गिरावट आने के साथ ही जंगलों में लगी आग भी बुझ गई है। जिससे वन कर्मियों को भी काफी राहत मिली है।
सोमवार शाम सवा छह बजे मौसम ने अचानक करवट बदल ली। जिसके साथ ही गंगोत्री व यमुनोत्री धाम सहित तमाम क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई। जिससे तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आने के साथ ही सभी लोगों को सुकून मिला। जबकि जंगलों की आग बुझने से वन कर्मियों को भी राहत मिली। 
उधर शिमला, धर्मशाला, डलहौजी समेत हिमाचल प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में सोमवार को बारिश से मौसम सुहावना हो गया है। सूबे के मैदानी क्षेत्रों में बादल बरसने से चिलचिलाती गर्मी से लोगों को बड़ी राहत मिली है। सोमवार को रोहतांग, चंबा के पांगी और भरमौर में हिमपात होने से मौसम ठंडा हो गया है। दोपहर बाद धर्मशाला, मैक्लोडगंज में करीब चार घंटों तक बारिश और कुछ देर के लिए ओलावृष्टि हुई। कुल्लू के आनी में भी ओलों से जमीन सफेद हो गई। ओलावृष्टि से सेब समेत अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा है। मंगलवार और बुधवार को भी प्रदेश में बारिश के आसार हैं।

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