…तो उत्तराखंड में भी दो सीएम प्रोजेक्ट करेगी कांग्रेस!

गुटबाजी पर लगेगी लगाम

  • पार्टी ने पंजाब में दो सीएम प्रोजेक्ट करने का लिया फैसला
  • चन्नी और सिद्धू ढाई-ढाई साल के लिए होंगे मुख्यमंत्री फेस
  • पहले किसके सिर सजेगा ताज, जीते एमएलए करेंगे फैसला

देहरादून। पंजाब में मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए जारी घमासान के बीच कांग्रेस एक नया गेम खेलने जा रही है। इसमें चरणजीत चन्नी और पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू को ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने की तैयारी है। बहुमत मिलने के बाद पहले सीएम कौन बनेगा, इसका फैसला चुनकर आए पार्टी के एमएलए करेंगे। पंजाब में सिद्धू और कैप्टन के 36 के आंकड़े के बाद अब सिद्धू के चन्नी से मनमुटाव की खबरों के बीच पार्टी आलाकमान ने गुटबाजी पर लगाम कसने के लिये नया फार्मूला निकाला है। जिसमें दोनों गुटों को आपसी मतभेद भुलाकर पार्टी जिताने पर ही फोकस करना होगा।
पंजाब में सीएम पद को लेकर हुए कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले को देखते हुए उत्तराखंड के सियासतदां लोगों के भी कान खड़े हो गये हैं। देवभूमि में पार्टी में गुटबाजी की खबरें भी सतह पर आती रहती है। इस बीच हरीश रावत के सीएम बनने की बेताबी से दूसरे गुट के कान खड़े हो गये हैं। हालांकि आलाकमान ने यहां सीएम का चेहरा घोषित करने से परहेज ही किया है, इसके बावजूद हरदा अभी से कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कुछ दिन पहले प्रीतम सिंह ने भी सीएम का चेहरा होने के सवाल का जवाब बड़े ही दिलचस्प तरीके से देते हुए कहा था कि चेहरा तो उनका भी बुरा नहीं है। ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं कि उत्तराखंड में भी गुटबाजी की हवा निकालने के लिये कांग्रेस दो सीएम की घोषणा कर सकती है। पहले सीएम कौन बनेगा, यह चुनकर आये विधायक ही तय कर सकते हैं। इन चर्चाओं के बीच उत्तराखंड कांग्रेस के नेता जोड़ घटा में जुट गये हैं और अब उनके सामने खुद के साथ ही अपने पक्ष के अन्य प्रत्याशियों को जिताने की चुनौती भी खड़ी हो गई है। अब देखना यह है कि कांग्रेस पंजाब के इस फार्मूले को उत्तराखंड में भी अपनाती है या चुनाव नतीजों का इंतजार करेगी ।
उधर पंजाब में कांग्रेस कल रविवार को सीएम के चेहरे की घोषणा करेगी। इसके लिए राहुल गांधी लुधियाना आएंगे। वह लुधियाना से वर्चुअल रैली के जरिए दोपहर 2 बजे सीएम फेस का ऐलान करेंगे। राहुल की वर्चुअल रैली को पंजाब की 117 विधानसभा सीटों पर लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा।
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की विदाई के बाद कांग्रेस में खींचतान मची हुई है। ऐसे में किसी एक चेहरे को आगे करना कांग्रेस के लिए पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। अब ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले के बाद नवजोत सिद्धू और चरणजीत चन्नी अपने समर्थक उम्मीदवारों को जिताने के लिए पूरा जोर लगाएंगे, ताकि वह पहले सीएम की कुर्सी तक पहुंच सकें। इससे कांग्रेस पूरा जोर लगाएगी कि सत्ता में वापसी की जा सके। पहले किसे सीएम बनाना है, इसकी चाबी कांग्रेस हाईकमान के पास ही रह जाएगी। कांग्रेस में यही परंपरा रही है।

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