उमुविवि के दीक्षांत समारोह में 18 हजार 263 को मिली उपाधि

  • कल्याण सिंह , बसंती बिष्ट और नंदलाल को डी लिट की मानद उपाधि

हल्द्वानी। कुलाधिपति ले. जनरल गुरमीत सिंह व सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून से उमुविवि के सातवें दीक्षांत समारोह का वर्चुअली शुभारंभ किया। दोनों ने पासआउट विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी और कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी द्वारा नियमित अंतराल में दीक्षांत समारोह आयोजित करने की सराहना की। साथ ही 18 हजार 263 विद्यार्थियों में से इस बार कुलाधिपति स्वर्ण पदक वनस्पति विज्ञान की अनिता जोशी को दिया गया। समारोह में 23 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक दिए गए। इसके साथ ही मैती आंदोलन के जनक पद्मश्री कल्याण सिंह रावत. जौनसार कला संस्कृति के लिए नंद लाल भारती और महिला सशक्तीकरण के लिए पद्म श्री बसंती देवी को डी लिट की मानद उपाधि दी गई।बुधवार को एक कार्यक्रम में गोल्ड मेडिलिस्ट विद्यार्थियों और समाज में उल्लेखनीय काम करने वाले महानुभावों को सम्मानित किया गया। स्वर्ण पदक प्राप्त करने वालों में एक छात्र पीएचडी का भी शामिल है। इससे पहले केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट एवं उच्च शिक्षा मंत्री डा. धनसिंह रावत ने संयुक्त रूप से विश्विद्यालय में लगभग 25 करोड़ की लागत से बने पांच भवनों का लोकार्पण भी किया। खराब मौसम के कारण राज्यपाल ने वर्चुअल हिस्सा लिया। उन्होंने सभी उपाधि धारक शिक्षार्थियों को बधाई दी। इस अवसर पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल अपना भाषण दिया। उन्होंने शिक्षार्थियों से कहा कि दीक्षांत समारोह का अर्थ औपचारिक दीक्षा का अंत है किंतु शिक्षा जीवन पर्यंत चलती है। उन्होंने कहा कि उमविवि का पिछला वर्ष अनेक उपलब्धियों से परिपूर्ण रहा है। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सभी को शुभकामनाएं दी। इस मौके पर काबीना मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि जल्दी ही उत्तराखंड देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। यहां परीक्षा चुनाव, दीक्षांत, शैक्षिक कैलेंडर व गणवेश एक जैसी होगी।

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