किसी के बहकावे में न आयें और न ही पैदल, हम अपने पैसे से आपको लाएंगे : त्रिवेंद्र

मुख्यमंत्री की दो टूक

  • बाहर फंसे उत्तराखंडियों को वापस लाने के मुद्दे पर पीड़ितों को किया आश्वस्त
  • कहा, सभी प्रवासी प्रदेशवासियों को चरणबद्ध तरीके से ही लाया जाएगा
  • राज्य सरकार वहन करेगी प्रवासी उत्तराखंड वासियों को लाने के लिए खर्च  
  • सभी को शीघ्र ही उत्तराखंड लाने के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता
  • बस आप थोड़ा संयम और धैर्य बनाए रखें, जो जहां है, वहीं रहे

देहरादून। आज गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बाहर फंसे उत्तराखंडियों को वापस लाने के मुद्दे पर उनको आश्वस्त करते हुए कहा है कि राज्य सरकार सभी प्रवासी प्रदेशवासियों को चरणबद्ध तरीके से शीघ्र ही उत्तराखंड लाने के लिए प्रयास कर रही है। हमें आपके स्वास्थ्य की पूरी चिंता है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम में ना आएं, पैदल आने की आवश्यकता नहीं है। प्रवासी उत्तराखंड वासियों को उत्तराखंड लाने के लिए उसका व्यय भार राज्य सरकार वहन करेगी। संबंधित राज्य सरकारों से समन्वय कर सभी को शीघ्र ही उत्तराखंड लाने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता पर कार्य कर रहे हैं। बस आप थोड़ा संयम और धैर्य बनाए रखें। जो जहां है, वही रहे।
उन्होंने कहा कि प्रवासियों को लाने का काम शुरू कर दिया गया है। अभी तक विभिन्न शहरों, राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से 1 लाख 64 हजार से अधिक प्रवासी उत्तराखंड वासियों ने उत्तराखंड आने के लिए पंजीकरण कराया है। लगभग 7400 से अधिक प्रवासियों को विभिन्न राज्यों से उत्तराखंड लाया गया है। यह प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी।
उन्होंने कहा कि नजदीकी राज्यों/शहरों से बसों के माध्यम से प्रवासियों को लाया जा रहा है और दूर के राज्यों/शहरों के लिए विशेष ट्रेनों से प्रवासी उत्तराखंडियों को वापस लाने के लिए रेलवे विभाग के साथ लगातार कार्य योजना तैयार की जा रही है, जिसके फलस्वरूप कई शहरों से रेल के माध्यम से प्रवासियों को उत्तराखंड आने की मंजूरी भी मिल गई है। इसलिये कोई भी परेशान न हो।

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