पौड़ी गढ़वाल। प्रदेश के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में एसआईटी द्वारा लीपापोती का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग को लेकर आज गुरुवार को गढ़वाल विवि के छात्र-छात्राओं ने जुलूस निकाल कर धामी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने अंकिता मर्डर केस में एसआईटी जांच पर सवाल उठाए। साथ ही मामले की सीबीआई जांच, वीआईपी गेस्टों का नाम उजागर करने, तीनों आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने और दोषियों को फांसी देने की मांग की।
गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने श्रीनगर के मुख्य मार्गों से होते हुए आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान छात्रों ने आरोप लगाया कि एसआईटी अंकिता हत्याकांड में निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है। छात्रों ने मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की। आइसा और डीएसओ छात्र संगठन की अगुवाई में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने गढ़वाल केंद्रीय विवि के मुख्य गेट से होते हुए जुलूस निकाला। जुलूस श्रीनगर के मुख्य मार्गों से होते हुए गोला बाजार पहुंचा। जहां उन्होंने राज्य सरकार के विरोध में नारेबाजी की। छात्रों ने आरोप लगाया कि सरकार मामले की लीपापोती में जुटी है
छात्रों ने कहा कि अंकिता हत्याकांड की एसआईटी निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है। इसका इसी बात से पता चला रहा है कि दो माह बीत जाने के बाद भी एसआईटी वीआईपी गेस्ट का नाम तक उजागर नहीं कर पाई है। अंकिता के परिजन अब भी न्याय की आस में जगह-जगह भटकने को मजबूर हैं।
गढ़वाल विवि की पूर्व छात्रा प्रतिनिधि शिवानी पांडेय ने कहा कि जिस तरह रिजॉर्ट को तोड़ने और उससे जुड़ी फैक्टरी में आग लगाने की घटनाएं हुई हैं, उससे साफ पता चलता है कि सरकार और प्रशासन मामले को किस तरह से ले रही है। प्रशासन के सामने ही इतनी घटनाएं उस रिजॉर्ट में हुई है। इस मामले में अपराधियों का नार्को टेस्ट भी होना चाहिए। विवि की छात्र प्रतिनिधि रंजना ने कहा कि इस घटना के बाद से छात्राओं में डर का माहौल है। छात्राएं घरों से बाहर निकलने में डर रही है। अधिकतर छात्राएं घर गांव से दूर दूसरे शहर में पढ़ने जाती हैं, ऐसे में सभी के परिजनों में डर समाया हुआ है।