कमजोर तबके की आर्थिक तरक्की के खोले द्वार : त्रिवेंद्र

बोले पूर्व सीएम  

  • रुरल ग्रोथ सेंटर के जरिये किया महिलाओं को आर्थिक ताकत देने का कार्य
  • पति की पैतृक संपत्ति में महिलाओं को सहभागीदार बनाने का लिया निर्णय

देहरादून। आज गुरुवार को एक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश के कमजोर लोगों की आर्थिक तरक्की के लिए कार्य किया। महिलाओं के आर्थिक विकास के लिए रूरल ग्रोथ सेंटर स्थापित किए गए। इसके जरिए महिलाएं स्वावलंबन के साथ ही आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं। पति की पैतृक संपत्ति में महिलाओं को सहखातेदार बनाने का ऐतिहासिक कार्य किया।

भाजपा की विचारधारा और रीति नीति से प्रभावित होकर डोईवाला विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में त्रिवेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी में डोईवाला नगरपालिका के वार्ड 10 के सभासद ईश्वर सिंह रौथाण के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि त्रिवेंद्र ने भाजपा में शामिल होने वाले सभी लोगों का स्वागत किया और कहा कि वे विश्व के सबसे बड़े परिवार में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में दलों की स्थिति आज अजीब हो गई है। कोई जातीय आधार पर, कोई क्षेत्रवाद के आधार पर पार्टियां बन गई हैं, लेकिन भाजपा ऐसी पार्टी है जो भारत के सभी लोगों और आम नागरिक की पार्टी है। भाजपा और अन्य पार्टियों के बीच इसी अंतर को समझने की जरूरत है। भाजपा के लिए सबसे पहले राष्ट्र है। सर्वोच्च स्थान भारत माता का है। उसके बाद अन्य चीजें।

उन्होंने कहा कि अगले साल के शुरू में पांच राज्यों में चुनाव हैं। उन्होंने देवभूमि के साथ ही देश के अन्य हिस्सों में बसे उत्तराखंड के लोगों का आह्वान किया कि यदि वह वास्तव में भारत का विकास चाहते हैं, उसे गौरव के शिखर तक पहुंचाना चाहते हैं तो भाजपा को ही अपना समर्थन दें। चार साल के लगभग पार्टी ने उन्हें सेवा का मौका दिया। इस दौरान उनकी सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की तरक्की के लिए काम किया। महिला समूहों और आंगनबाड़ी की महिलाओं को सम्मान दिया। पुष्टाहार को आंगनबाड़ी महिलाओं के माध्यम से वितरण करने का कार्य दिया। इसके लिए उन्हें समय-समय पर प्रोत्साहन भी दिया गया।
त्रिवेंद्र ने कहा कि महिला समूहों को 5 लाख तक का  ऋण बिना ब्याज के दिया। राज्य में 116 रुरल ग्रोथ सेंटर स्थापित हो चुके हैं। इन सेंटर में अधिकांश महिलाएं आर्थिक तरक्की के लिए कार्य कर रही हैं। महिलाओं की मजबूती के लिए पति की पैतृक संपत्ति में महिलाओं को बराबर का खातेदार बनाया। युवाओं के लिए युवा नीति बनाई। आज प्रदेश के महाविद्यालयों में 93 फीसद से अधिक फैकल्टी है। हर विद्यालय में प्रधानाचार्य की नियुक्ति की। जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र में एक रुपए में पानी का कनेक्शन दिया। साथ ही शुद्ध पेयजल की दिशा में भी कार्य  करते हुए हर डिग्री कालेज में लैब बनाने का निर्णय लिया। इन लैबों में पेयजल के शुद्धिकरण का परीक्षण होगा। ताकि प्रदेश की जनता को शुद्ध पेयजल मिले। वृद्धावस्था, विधवा, विकलांगों को मिलने वाली पेंशन में वृद्धि की।

उन्होंने कहा कि मेरे हृदय से जुड़ी कुछ चीजें हैं। जिनमें रक्तदान और वृक्षारोपण महत्वपूर्ण है। इस साल मैंने जनता के सहयोग से एक लाख पीपल, बरगद और इसी प्रजाति के वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा। अब तक 65 हजार पीपल, बरगद और इसी प्रजाति के पौधे लगा चुके हैं। हर पौधे की जियो टैगिंग भी करने की तैयारी है। ताकि आपको पता रहे कि जो पौधा आपने लगाया था, वह अब कितना बड़ा हो चुका है। देहरादून के मसूरी, मोथरोवाला, इठारना और अन्य स्थानों पर पौधे रोपे गए थे, आज वहां बहुत सुंदर मिश्रित वन बन गया है।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर, महापौर सुनील उनियाल गामा, मंडल अध्यक्ष विनय कंडवाल, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री करन बोहरा व बृजभूषण गैरोला, महिला मोर्चा की महामंत्री ममता पयाल, अरुण, मनवर सिंह नेगी, प्रदीप जेटली, पंकज शर्मा, सुषमा आर्य आदि मौजूद रहे।

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