- नैनीताल में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विकास योजनाओं की समीक्षा की
- समस्याओं को नीचले स्तर पर ही सुलझाया जाय
नैनीताल। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिले के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जन समस्याओं का तेजी से निस्तारण के लिए तीन बिन्दुओं-सरलीकरण, समाधान और निस्तारण को शामिल करना सुनिश्चित करें। सभी अधिकारी एवं कर्मचारी जिस स्तर की समस्या है, उसी स्तर पर समस्या का समाधान करना करें। समस्याओें को उलझाने की जगह सकारात्मक सोच के साथ सुलझाने का कार्य किया जाय, ताकि मामला उच्च स्तर पर न जाये। कार्यों को अनावश्यक लंबित रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद में चल रहे कार्यों की छोटी इकाई विधानसभा क्षेत्र स्तर पर भी गहनता से समीक्षा की जाय। जिम्मेदार अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया जाय। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस चैकी से लेकर कोतवाली स्तर तक की समस्याओं पर उसी स्तर से कार्यवाही करना सुनिश्चित करें, पुलिस चैकी से लेकर कोतवाली स्तर की कोई भी समस्या उच्च स्तर पर कतई नहीं आनी चाहिए।
अधिक से अधिक स्वरोजगार कैम्प लगाए जाएं मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सड़कों को गड्डा मुक्त बनाने के लिए 15 सितम्बर तक सभी आवश्यक कार्यवाही करते सड़कों को प्राथमिकता से गड्डा मुक्त करना सुनिश्चित करें। उन्होंने नगर निगम हल्द्वानी के मेयर डॉ. जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला के अनुरोध पर नगर निगम के आन्तरिक सड़क मार्गों (जोकि पूर्व में लोनिवि के पास थे) को गड्डामुक्त करने हेतु डीपीआर तुरन्त तैयार करने के निर्देश अधीक्षण अभियंता लोनिवि को दिये।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल को निर्देश दिये कि वे कैंची धाम में पार्किंग निर्माण के लिए डीपीआर तुरंत तैयार कराकर शासन को भिजवाएं। वन विभाग विकास कार्यों से सम्बन्धित प्रकरणों के वनभूमि हस्तान्तरण प्रस्ताव में बार-बार आपत्ति न लगाकर एक ही बार में समस्त आपत्ति लगाना सुनिश्चित करें, ताकि एक साथ सभी आपत्तियों का निराकरण किया जा सके व विकास कार्य शीघ्रता से प्रारम्भ किये जा सके।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने बताया कि जनपद में आर्थिकी संसाधनों में वृद्धि के लिए प्राथमिक क्षेत्र-कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य आदि विभाग को जिला योजना से 12 करोड़ से अधिक की धनराशि अवमुक्त की गई है। जनपद में नकदी तथा बेमौसमी फसल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 90 प्रतिशत सब्सिडी पर जिला योजना से 261 तथा खनन न्यास फंड से 186 पोली हाउस का निर्माण कलस्टर एवं स्वयं सहायता समूह आधारित कराया जा रहे हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने व किसानों को हाई एल्टीट्यूड सेब नर्सरी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रामगढ़ में 8 एकड़ में विकसित हो रही सेब नर्सरी, परम्पारगत शैली में नैनीताल शहर के सौन्दर्यकरण, एस्ट्रो विलेज ताकुला, कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं थर्ड वेव की तैयारियों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
विधायक संजीव आर्य ने विकास कार्यों में वन भूमि हस्तान्तरण के लिए क्षतिपूर्वक भूमि के रूप में वन पंचायत भूमि के उपयोग का सुझाव दिया तथा विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने वन विभाग को सारी आपत्तियां एक साथ लगाने को कहा।
बैठक में जनपद प्रभारी एवं परिवहन, समाज कल्याण व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री यशपाल आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, अनिल कपूर डब्बू, मण्डलायुक्त सुशील कुमार, डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ.सन्दीप तिवारी, प्रबन्ध निदेशक केएमवीएन नरेन्द्र सिंह भण्डारी, अपर आयुक्त प्रकाश चन्द, डीएफओ टीआर बीजुलाल, चन्द्र शेखर जोशी आदि मौजूद थे।