बदरीनाथ यात्रा थमी, भारी बारिश से उफनती नदियों और भूस्खलन ने डराया

देहरादून। रुद्रप्रयाग और चमोली जिले में आज गुरुवार तड़के बारिश हुई। पर्वतीय जिलों में नदियां उफान पर हैं। श्रीनगर, रुद्रप्रयाग और कर्णप्रयाग में अलकनंदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं टिहरी बांध की झील का जलस्तर आरएल 770.45 मीटर पहुंच गया है। झील से 185 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है।
खराब मौसम चारधाम यात्रा में रोड़ा बना हुआ है। भूस्खलन और सड़कें ध्वस्त होने से यात्रा प्रभावित हो रही है। बैनाकुली, रड़ांग बैंड, लामबगड़ नाला और खचड़ा नाले में बदरीनाथ हाईवे बंद होने से बदरीनाथ धाम की यात्रा थमी हुई है। हालांकि केदारनाथ यात्रा जारी है। वहीं टिहरी में भारी बारिश के बाद बाल गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
उत्तरकाशी के बड़कोट में जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर श्रद्धालु दूसरे दिन भी जोखिम भरी आवाजाही करने को मजबूर रहे। भारी बारिश से यमुनोत्री पैदल मार्ग पर छह किमी हिस्सा मलबा, बोल्डर आने से प्रभावित है। हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। भीमगोडा बैराज पर फिलहाल गंगा 292 के पास बह रही है, जबकि 293 गंगा का चेतावनी स्तर है। अगर पहाड़ों पर इसी तरह बारिश जारी रही तो शाम तक गंगा का जलस्तर और भी ज्यादा बढ़ सकता है। गंगा का जलस्तर बढ़ने पर जिला प्रशासन ने भी बाढ़ चौकियों और एसडीआरएफ टीम को अलर्ट मोड पर रखा है। 

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