देहरादून: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पर लगातार उंगलियां उठ रही हैं और पेपर लीक मामले से आयोग सुर्खियों में बना हुआ है। यूकेएसएसएससी के पेपर लीक प्रकरण में उत्तरकाशी के भाजपा नेता एवं जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत की गिरफ्तारी के बाद कुछ सफेदपोशों में भी हड़कंप मच गया है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा के पेपर लीक मामले में जांच की आंच उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश तक पहुंच सकती है। मास्टरमाइंड से पूछताछ में एसटीएफ के हाथ कई अहम जानकारियां लगी हैं। बताया जा रहा है कि आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन कंपनी के पास इन राज्यों में भी परीक्षा कराने का ठेका है। एसटीएफ अब इस दिशा में भी अपनी जांच आगे बढ़ा रही है। पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत से पूछताछ में एसटीएफ को महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। वहीं हाकम सिंह की गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मामले में हाईप्रोफाइल लोगों के जुड़े होने के पुख्ता संकेत मिले हैं। इसमें कंपनी से जुड़े कुछ उच्चाधिकारियों के साथ ही और लोग भी शामिल हैं। पुख्ता साक्ष्य मिलने पर इनकी गिरफ्तारी की जाएगी। हाकम सिंह रावत से पूछताछ में कुछ और जनप्रतिनिधियों के नाम भी सामने आए हैं। उनके रिश्तेदार या वह खुद इस परीक्षा में शामिल हुए थे। पूछताछ और साक्ष्य मिलने के बाद इनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
गौर हो कि एसटीएफ पेपर लीक मामले में अभी तक 18 आरोपियों को अरेस्ट कर चुकी है. बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा विगत 4 और 5 दिसंबर 2021 को ग्रेजुएट लेवल की 915 पदों पर करवाई गई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक की शिकायत काफी समय से मिल रही थी.