तीन बहनों का लूट गैंग और पति संभाल रहे घर!

    मुरादाबाद। गिरोह बनाकर तीन सगी बहनों ने सड़कों पर आटो और टेंपो के चालक और यात्रियों से लूटपाट शुरू कर दी। महिलाएं मुरादाबाद, बिजनौर, मेरठ समेत कई जिलों में वारदात अंजाम दे चुकी हैं। पुलिस ने इन तीनों को पकड़ लिया।
    पुलिस के मुताबिक इन महिलाओं ने कबूला है कि वह आटो व टेंपो को बुक कराकर सुनसान इलाके में ले जाती थीं और चालक को डरा धमकाकर उससे लूटपाट करती हैं। सफर के दौरान भी अन्य यात्रियों का सामान उड़ा लेती थीं। पुलिस ने इनके कब्जे से यात्रियों से लूटा गया सामान बरामद कर लिया है। एसपी सिटी अमित आनंद के अनुसार ललित कुमार ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें बताया गया था कि उनकी बहन साधना मिश्रा शुक्रवार को आटो में बैठकर नवीन नगर जा रही थीं। आटो में तीन अन्य महिलाएं भी सफर कर रही थीं। इन महिलाओं के साथ एक बच्चा भी मौजूद था। सफर के दौरान महिलाओं ने साधना का पर्स उड़ा लिया था। जिसमें नकदी और जेवर थे।

    इस वारदात की जानकारी महिला को तब हुई, जब वह आटो से नीचे उतर गईं। तब तक आटो रवाना हो चुका था। पुलिस ने महिलाओं की तलाश की तो सिविल लाइंस क्षेत्र में कांठ रोड पर तीनों खड़ी मिल गईं पुलिस इन्हें थाने ले आई। यहां पीड़ित महिला साधना से इनकी शिनाख्त कराई गई। पीड़ित ने इन्हें पहचान लिया।
    एसपी सिटी ने बताया कि गिरफ्तार तीनों महिलाएं सगी बहनें हैं। महिलाओं ने अपने नाम कविता उर्फ अत्ता पत्नी विजय, रिंकी उर्फ पिंकी पत्नी वीर सिंह उर्फ पंजू निवासी इस्लाम नगर रोडवेज बस स्टैंड के पीछे कस्बा व थाना नूरपुर जिला बिजनौर और पूजा पुत्री राजेंद्र सिंह नई बस्ती शास्त्री नगर थाना मेडिकल कालेज जिला मेरठ व थाना नूरपुर जिला बिजनौर बताया है। तीनों की उम्र 25 से 30 साल के बीच है।पुलिस ने इनके कब्जे से नकदी और जेवर बरामद किए हैं।

    पुलिस पूछताछ में महिलाओं ने बताया कि वह लंबे समय से इस तरह की घटनाएं कर रही हैं। महिलाओं ने बताया कि मुरादाबाद, बिजनौर, मेरठ समेत कई जनपदों में घटनाएं कर चुकी हैं। आरोपी महिलाओं ने पुलिस को बताया कि ये आटो और टेंपो बुक कराकर चालक को सुनसान इलाके में ले जाती हैं। वहां डरा धमका कर चालक को लूट लेती हैं। अलग-अलग जनपदों में दस से ज्यादा वारदात कर चुकी हैं। 
    पुलिस पूछताछ में महिलाओं ने कबूला है कि ज्यादातर घटनाएं दूसरे जनपदों में की हैं ताकी उन्हें कोई पहचान न पाए। ऑटो और टेंपो में सवारी बनकर बैठती हैं और अपने साथ एक बच्चे को रखती हैं। ये बच्चा अन्य यात्रियों की गोद में जाकर बैठ जाता है। जिससे यात्री का ध्यान भटक जाता है और मौके पर पाकर वारदात कर देती हैं।
    आरोपी महिलाओं ने बताया कि अगर आटो में अन्य सवारियां नहीं होती हैं तो चालक को सुनसान जगह ले जाती है। वहां उसे डरा धमका कर उसके रुपये छीन लेती हैं। अगर चालक शोर मचाता है तो उसे दुष्कर्म और छेड़खानी के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर शांत कर देती हैं। गिरफ्तार महिलाओं ने पूछताछ में कबूला है कि उनके पति घर संभालते हैं। वह खाना बनाने से लेकर बच्चों को खिलाने पिलाने तक सभी कार्य करते हैं। जबकि महिलाएं तीन चार दिन बाहर रहती और घटनाएं करने के बाद घर लौटती हैं। 

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