हरिद्वार। इस बार मार्गशीर्ष अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का साया है। सूर्य ग्रहण दिखाई न देने के कारण इसका प्रभाव और सूतक काल भी प्रभावी नहीं होगा। आज सोमवती अमावस्या पर स्नान, दान, जप, तप व धर्म-कर्म का लाभ कई गुणा अधिक प्राप्त होता है। सनातन धर्म में सोमवती अमावस्या का बड़ा भारी महत्व है। प्रत्येक मास एक अमावस्या आती है, लेकिन ऐसा बहुत कम होता है जब अमावस्या सोमवार के दिन हो। ये साल में एक या दो बार पड़ती है। सोमवार अमावस्या पड़ने से यह सोमवती अमावस्या होगी। पुराणों में कहा गया है कि सोमवती अमावस्या पर पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है।
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड विशेष अधीनस्थ शिक्षा (प्रवक्ता संवर्ग) और सहायक अध्यापक (कला संवर्ग )सेवा नियमावली, में संशोधित करने...