रुड़की क्षेत्र बना नकली फैक्टरियों का गढ़!

क्या कर रहा खाद्य विभाग?

  • पुलिस और खाद्य विभाग ने छापा मारकर नकली फैक्टरी पकड़ी 
  • लाखों की नकली चायपत्ती, तीन पैकिंग मशीन और रैपर भी किए बरामद
  • फैक्टरी मालिक गिरफ्तार, मुकदमा दर्ज, दो सैंपल जांच को भेजे

रुड़की। क्षेत्र में आये दिन किसी न किसी नकली फैक्टरी का मामला पकड़ा जा रहा है और दिलचस्प बात यह है कि इनका भंडाफोड़ करने के लिये खाद्य विभाग या पुलिस प्रशासन की कोई भूमिका नहीं है। सामान्यत: सभी मामले आम जनता या व्यक्ति विशेष की शिकायत मिलने के बाद पकड़े गये हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि यहां भारी भरकम खाद्य विभाग के आला अफसर क्या कर रहे हैं।
ताजा मामला यहां एक गोदाम में बरसों से चल रही नकली चायपत्ती फैक्टरी का है। एक व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने गोदाम से लाखों की नकली चायपत्ती, तीन पैकिंग मशीन और एक नामी कंपनी के रैपर बरामद किए हैं। यहां बरसों से बिना लाइसेंस के चायपत्ती तैयार कर नामी कंपनी के नाम पर बेची जा रही थी। पुलिस ने मौके से फैक्टरी मालिक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। उधर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने फॉर्म में आते हुए दो सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार शहर के कारोबारी अशोक कुमार ने बृहस्पतिवार शाम सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस से शिकायत की थी कि वह केसरी नाम से चायपत्ती बेचते हैं। उनके ट्रेडमार्क के नाम से राजपुताना निवासी एक व्यक्ति नकली चायपत्ती बेच रहा है। पुलिस ने अगले दिन शुक्रवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार को साथ लेकर एक गोदाम में छापामारी की। मौके पर पुलिस को फैक्टरी मालिक भी मिल गया। पुलिस ने उससे लाइसेंस और अन्य दस्तावेज मांगे, लेकिन वह कुछ नहीं दिखा पाया। गोदाम से पुलिस और खाद्य विभाग ने करीब चार लाख की कीमत की चायपत्ती, तीन पैकिंग मशीन और बड़ी मात्रा में केसर चायपत्ती के रैपर बरामद किए। पुलिस ने सभी सामान कब्जे में ले लिया और कोतवाली ले आई। साथ ही फैक्टरी मालिक पीयूष गर्ग को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली प्रभारी राजेश साह ने बताया कि फैक्टरी मालिक पीयूष गर्ग के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि चायपत्ती बनाने वाली फैक्टरी पिछले कई वर्षों से चल रही थी। मालिक के पास न ही कोई लाइसेंस था और न ही अन्य दस्तावेज। जांच में पता चला कि फैक्टरी मालिक रुड़की, हरिद्वार समेत पूरे उत्तराखंड व वेस्ट यूपी में चायपत्ती की सप्लाई कर रहा था। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि फैक्टरी मालिक के संपर्क में कौन-कौन लोग हैं। पुलिस ने जिस नकली चायपत्ती फैक्टरी में छापामारी की, वह एक संकरी गली में काफी अंदर गोदाम में चल रही थी। आसपास के लोगों को भी इसकी भनक नहीं थी कि यहां नकली चायपत्ती बनाई जा रही है।
बृहस्पतिवार शाम अशोक कुमार ने पुलिस से इसकी शिकायत की थी। सूत्रों के अनुसार पुलिस के पास शिकायत जाते ही सिफारिशों का दौर शुरू हो गया था, लेकिन पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सिफारिशों को दरकिनार कर दिया। साथ ही शुक्रवार को छापामारी कर नकली चायपत्ती फैक्टरी का भंडाफोड़ किया। उधर खाद्य सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि फैक्टरी से चाय के दो सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस विभाग के अधिकारियों की ओर से नकली चाय बनाने की शिकायत पर कार्रवाई की गई। 

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