देहरादून। उत्तराखंड में 19 अप्रैल को पांचों लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। ऐसे में मत प्रतिशत को बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग कई कार्यक्रम चला रहा है। जहां एक ओर दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग बुजुर्ग मतदातों को अपने घरों से ही मतदान करवा रहा है तो वहीं अब गर्भवती महिलाएं भी अपना मतदान कर सकेंगी। इसके लिए निर्वाचन आयोग डोली की व्यवस्थाएं करने जा रहा है। ताकि, गर्भवती महिलाएं भी वोट दे सकें।
इसके तहत प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की। स्वास्थ्य महानिदेशक विनीता शाह ने हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिलों को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि गर्भवती महिला मतदाताओं को मतदेय स्थल तक लाने के लिए डोली की व्यवस्था की जाए। ताकि, वो भी अपना मत दे सकें।
सीईओ पुरूषोत्तम ने कहा कि सभी मतदान कार्मिकों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा विभाग से समन्वय किया गया है। पोलिंग पार्टियों को किस सुविधा और स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करना है। इसके लिए बूथ लेवल हेल्थ मैनेजमेंट प्लान बनाया गया है, सभी जिला अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों की जानकारी सभी पोलिंग पार्टियों तक उपलब्ध रहेगी।
आपातकालीन स्थिति में किस पुलिस स्टेशन और फायर ऑफिस से संपर्क करना है। इसके अलावा एंबुलेंस के साथ हेलीपैड की जानकारी भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के साथ ही भारत निर्वाचन आयोग और सीईओ उत्तराखंड के सोशल मीडिया हैंडल को लगातार फॉलो करने की भी बात कही, ताकि मतदाता ज्यादा से ज्यादा मतदान करने के लिए जागरूक हों।