इस ग्राम पंचायत ने बढ़ाई उत्तराखंड की शान!

और ग्रामसभाओं के लिये बनी मिसाल

  • केंद्रीय पंचायत मंत्रालय ने नेबी ग्रामसभा को दिया नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार
  • हर राज्य से इस पुरस्कार के लिए एक ही ग्राम पंचायत का होता है चयन  
  • उत्तराखंड प्रदेश में कुल नौ पंचायतों को अलग-अलग वर्गों में मिला पुरस्कार
  • हरिद्वार बहादराबाद के टिहरी डोब नगर ने बच्चों पर दिया ध्यान, होगा पुरस्कृत

देहरादून। पंचायतों में प्रतिष्ठित नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्रामसभा पुरस्कार इस बार देहरादून जिले में कालसी विकासखंड की नेबी ग्रामसभा को दिया गया है। गौरतलब है कि केंद्रीय पंचायत मंत्रालय हर साल यह पुरस्कार राज्य की किसी एक ग्राम पंचायत को ग्रामसभा के बेहतरीन काम के लिए प्रदान करता है।
कालसी विकासखंड की इस ग्राम पंचायत में कुल 267 परिवार रहते हैं। पंचायत के दो हिस्से हैं और आसपास के क्षेत्र का मुख्य बाजार साहिया भी इसी ग्राम पंचायत का हिस्सा है। ग्राम पंचायत ने दुर्गम के इस क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। ग्राम पंचायत ने साहिया बाजार में आठ सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए हैं। इसके अलावा स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था है। यह क्षेत्र वन्य जीवों के आतंक के लिए भी जाना जाता है।
ऐसे में स्ट्रीट लाइट की भरपूर व्यवस्था होने से यह ग्राम पंचायत बहुत हद तक बाघ, तेंदुआ आदि वन्यजीवों के प्रकोप को कम कर पाई। ग्राम पंचायत ने अपने लेखों में भी पारदर्शिता बरती और ग्राम पंचायत के आय व्यय को पंचायत भवन में सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया। ग्राम पंचायत अभी ई पंचायत का पूरा फायदा नहीं उठा पाई है। पंचायत के पास कंप्यूटर है, लेकिन इंटरनेट की सुविधा नहीं है। ग्राम पंचायत ने नशे के खिलाफ भी अभियान छेड़ा हुआ है। साहिया में यात्री शेड आदि का भी इंतजाम किया गया।
ग्राम पंचायत को देश का प्रतिष्ठित पुरस्कार दिलाने वाले वर्तमान प्रधान मोहन लाल शर्मा इस समय चुनाव की दौड़ से बाहर हैं। शर्मा के मुताबिक सीट के आरक्षित होने के कारण इस बार वे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। सामाजिक रूप से पहले से वे सक्रिय रहे हैं और यह भी तय किया है कि जो भी प्रधान बनेगा, उसका पूरा सहयोग किया जाएगा। उनका कहना है यह ग्राम पंचायत के लिए गौरव की बात है। अपने स्तर पर समस्याओं के समाधान के लिए ग्राम पंचायत ने हमेशा सकारात्मक रूप से कार्य करने के बारे में सोचा, सहयोग का वातावरण विकसित किया।
अपर सचिव एवं निदेशक पंचायत एचसी सेमवाल ने बताया कि केंद्रीय पंचायत मंत्रालय की ओर से हर साल सर्वश्रेष्ठ काम करने वाली पंचायतों को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जाता है। इस बार के पुरस्कारों के लिए प्रदेश से नौ पंचायतों का अलग-अलग वर्ग में चयन हुआ है। इन सभी पंचायतों को दिल्ली में 23 अक्तूबर को होने वाले समारोह में अवार्ड दिया जाएगा।
बाल कल्याण में बेहतरीन काम करने के लिए हरिद्वार बहादराबाद की टिहरी डोब नगर ग्राम पंचायत को राज्य स्तर पर चयनित किया गया है। शासन से मिली जानकारी के मुताबिक इस पंचायत ने आंगनबाड़ी से लेकर टीकाकरण, बाल स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम किया।
दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार में चुनी गईं ग्राम पंचायतें
जिला              ग्राम पंचायत
पिथौरागढ़       कुसौली
उत्तरकाशी      धारी पल्ली (नौंगांव )
देहरादून          बमराड़ा (कालसी ब्लॉक)
देहरादून           डाकपत्थर
इसके साथ ही बेहतरीन जिला पंचायत का पुरस्कार ऊधमसिंह नगर को, बेहतरीन क्षेत्र पंचायत का पुरस्कार नरेंद्रनगर (जिला टिहरी) और पोखरी (जिला चमोली) को मिला है। 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here