मसूरी। कहते हैं जहां चाह वहां राह। अगर कोई व्यक्ति कुछ कर गुजरने की ठान ले तो वह सपना आखिरकार पूरा हो ही जाता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है मसूरी के क्यारकुली गांव के गज्जे सिंह रावत ने। रावत ने गदेरे के पानी में पनबिजली संयंत्र लगाकर पांच किलोवाट बिजली पैदा कर दी। गज्जे सिंह इसी बिजली के सहारे अपने फार्म हाउस के सारे काम करते हैं। उनकी इस तकनीक की गांव वाले सराहना कर रहे हैं।
मसूरी से सटे क्यारकुली गांव के किसान गज्जे सिंह रावत ने वर्ष 2007 में गांव के नीचे बह रहे गदेरे में पहले 19 फीट की ऊंचाई से बह रहे पानी से बिजली पैदा करने की कोशिश की, लेकिन अपेक्षाकृत बिजली बहुत कम पैदा हुई। इसके बाद गज्जे सिंह ने पानी की ऊंचाई बढ़ाई और 160 फीट ऊंचाई से चार इंच के पाइप लगाकर नीचे छोटी टरबाइन लगाई। इससे अब पांच किलोवाट बिजली पैदा हो रही है। गज्जे सिंह रावत बताते हैं कि यहां से पैदा होने वाली बिजली का उपयोग वह अपने फार्म हाउस में करते हैं। इस कार्य के लिए उरेडा से भी उनको सहयोग मिला था। प्रोजेक्ट में उनके करीब दो लाख रुपये खर्च हुए। गज्जे सिंह रावत कहते हैं कि पानी कभी कम, कभी ज्यादा होने से बिजली पैदा करने में थोड़ी समस्या आती है, लेकिन अपनी जरूरत के काम हो जाते हैं।