देहरादून। आकाशवाणी केंद्र लखनऊ के पूर्व निदेशक नित्यानंद मैठाणी का सोमवार रात को निधन हो गया है। आकाशवाणी के विभिन्न केंद्रों में रहते हुए भारतीय संस्कृति, साहित्य एवं संस्कृति के प्रचार-प्रसार में योगदान दिया। साथ ही उत्तराखंड की लोक संस्कृति के संवर्धन के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया। वह रामलीला में सहभाग करते थे। श्रीनगर गढ़वाल की रामलीला से जुड़कर उन्होंने लोकनाटय मंच को समृद्ध बनाने के लिए अनुकरणीय कार्य किया। वह नाटक भी थे। उनके लिखे अनेक नाटकों का आकाशवाणी से विभिन्न केंद्रों से प्रसारण हुआ। हिमालय साहित्य एवं कला परिशद श्रीनगर गढ़वाल उनके सम्मान में एक अभिनंदन ग्रंथ प्रकाशित कर थी। जिसका कार्य अंतिम चरण में था। उनके देहावसान होने की जानकारी उनके छोटे भाई कृष्ण नंद मैठाणी ने दी।
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