हाल ए उत्तराखंड
- ऊर्जा निगम में अफसरों की फौज कर रही मौज, पर रो रहे फील्ड कर्मियों का टोटा
- कर्मचारियों की भर्ती नहीं हुई तो और बिजलीघर भी जाएंगे निजी हाथों में
- फील्ड स्टाफ की कमी के चलते बिजलीघरों को पीपीपी मोड़ में दे रहा ऊर्जा निगम
देहरादून। ऊर्जा निगम में अफसरों की फौज तो मौज कर रही है। जिनके पास काम करने को तो कुछ नहीं है, पर और सब कुछ है। निगम में फील्ड कर्मियों का टोटा होने की आड़ में अभी तक पांच सब-स्टेशनों को निजी हाथों में सौंपा जा चुका है। इनमें नींबुवाला, मोथरोवाला, ईसी रोड, ऊर्जा भवन और बसंत विहार सब स्टेशन शामिल हैं।
ऊर्जा निगम का कहना है कि अगर जल्द ही फील्ड कर्मचारियों की भर्ती नहीं हुई तो और बिजलीघर भी निजी हाथों में सौंप दिये जाएंगे। राजधानी में भी बिजली व्यवस्था जल्द निजी हाथों में होगी। फील्ड स्टाफ की कमी के चलते ऊर्जा निगम अब बिजलीघरों को पीपीपी मोड में देने जा रहा है। निगम सूत्रों के अनुसार भविष्य में और सब-स्टेशनों का संचालन निजी हाथों में सौंपा जाएगा। ऊर्जा निगम में काफी लंबे समय से फील्ड कर्मचारियों की भर्ती न होने के कारण यह कमी लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि इस बीच ऊर्जा निगम ने उपनल, सेल्फ हेल्प ग्रुप और पीआरडी के माध्यम से 3792 फील्ड कर्मचारियों की भर्ती की, लेकिन इसके बाद भी निगम में फील्ड स्टॉफ की कमी पूरी नहीं हो पाई है। जिसके कारण निगम अब बिजलीघरों को निजी हाथों में सौंप रहा है।
अभी तक निगम राजधानी के पांच बिजलीघरों को निजी हाथों में सौंप चुका है। इन बिजलीघरों में निगम की ओर से केवल मॉनीटरिंग के लिए जेई और एसडीओ रखे गए हैं। बाकी सभी निजी कंपनी का है। निगम की मानें तो अगर भविष्य में भर्तियां नहीं हुई तो अन्य बिजलीघरों को भी निजी हाथों में सौंपा जाएगा।
फील्ड स्टाफ की वर्तमान स्थिति
पद नाम स्वीकृत उपलब्ध कमी
ईई (ईएंडएम) 93 81 12
एई (ईएंडएम) 281 187 94
एई (सिविल) 24 14 10
जेई (ईएंडएम) 638 283 395
जेई (सिविल) 34 32 02
तकनीकी सहायक 15 07 08
केबल ज्वाइंटर 26 03 23
टेक्निकल कर्मी 2642 546 2096
इस बारे में प्रबंध निदेशक ऊर्जा निगम बीसीके मिश्रा का कहना है कि ऊर्जा निगम में फील्ड स्टाफ की लगातार कमी बनी हुई है। जिसके कारण निगम को सब-स्टेशनों को निजी हाथों में सौंपना पड़ रहा है। फिलहाल पांच सब-स्टेशनों को निजी हाथों में सौंपा गया है। कर्मचारियों की कमी रही तो और स्टेशनों को भी निजी हाथों में सौंपा जा सकता है।