रहस्यभरा खुलासा
- इजरायल के ‘सैटेलाइट कार्यक्रम के पितामह’ कहे जाने वाले हैम इशेद का दावा
- कहा, एलियंस धरती पर रहते हैं और उन्होंने मंगल ग्रह पर बना रखा है अड्डा
येरूशलम। इजरायल के वैज्ञानिक हैम इशेद के दावे से दुनियाभर में फिर एलियंस के अस्तित्व को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। इजरायल के ‘सैटेलाइट कार्यक्रम के पितामह’ कहे जाने वाले इशेद ने दावा किया है कि एलियंस धरती पर रहते हैं और उन्होंने मंगल ग्रह पर अपना अड्डा बना रखा है। एलियंस ने अमेरिका और इजरायल के साथ डील कर रखी है और इसकी जानकारी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी है। गौरतलब है कि इजरायली वैज्ञानिक से पहले भी धरती पर उड़न तश्तरी और एलियंस के आने और रहने को लेकर विश्वभर में कई दावे हुए हैं। एलियंस से जुड़ी कई सनसनीखेज कहानियां हैं….
‘एलियंस ने अमेरिका के साथ बनाया गैलेक्टिक फेडरेशन’ : इजरायल के पूर्व अंतरिक्ष सुरक्षा प्रोग्राम के प्रमुख हैम इशेद ने दावा किया है कि ब्रह्मांड में एलियन मौजूद हैं और उनका अमेरिका तथा इजरायल के साथ संपर्क है। अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस बात को बखूबी जानते हैं। इशेद ने कहा कि एलियन्स की मौजूदगी को अभी इसलिए छिपाकर रखा गया है क्योंकि मानवता अभी इसके लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि एक ‘गैलेक्टिक फेडरेशन’ बनाया गया है जो अमेरिका के साथ गुप्त समझौते के तहत मंगल पर जमीन के अंदर एक अड्डा चला रहा है। मंगल पर अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री भी मौजूद हैं। ट्रंप एलियन्स के बारे में खुलासा करने ही वाले थे लेकिन परग्रहियों ने उन्हें रोक दिया था। परग्रही लोग अमेरिकी एजेंटों के साथ मिलकर ‘ब्रह्मांड के ताने-बाने’ को समझना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया है कि किस तरह से एलियन्स ने पृथ्वी पर परमाणु त्रासदी को रोकने में मदद की है।
अटलांटिक महासागर के नीचे है एलियंस का अड्डा! : धरती पर एलियंस से जुड़ी एक और कहानी पिछले दिनों अमेरिका में ही सुर्खियों में आई थी। अमेरिकी सेना को अटलांटिक महासागर के ऊपर क्यूब के आकार की एक रहस्यमय वस्तु उड़ते हुए नजर आई थी जो हवा और पानी दोनों में चल सकती थी। उड़न तश्तरी पर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की लीक हुई दो गोपनीय रिपोर्टों में इस रहस्यमय वस्तु की तस्वीरें सामने आई हैं।
एक लीक हुए फोटो में चांदी के रंग में क्यूब जैसी यह वस्तु अटलांटिक महासागर के ऊपर उड़ान भरती नजर आई थी। बताया जा रहा है कि यूएफओ के दिखने की यह घटना वर्ष 2018 और इस साल गर्मियों की है। इन तस्वीरों को अमेरिका के खुफिया संगठनों के बीच बड़े पैमाने पर शेयर किया गया था। इस पूरी रिपोर्ट को अनाइडेन्टफाइड एरियल फेनोमेना (यूएपी) टास्क फोर्स ने तैयार किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह रहस्यमय ऑब्जेक्ट समुद्र से निकला और आकाश में चक्कर लगाने लगा। साथ ही कहा गया है कि इस वस्तु के परग्रही होने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है।
धरती पर एलियंस की मौजूदगी के दुनियाभर में दावे : स्टैंटन फ्रीडमन एक न्यूक्लियर वैज्ञानिक थे जिनका निधन मई 2019 में हो गया। उन्होंने अमेरिका की चर्चित रोजवेल यूएफओ दुर्घटना की जांच की थी। वह अपनी बात पर कायम थे कि एलियंस हमारे बीच हैं। उन्होंने कहा था, इस बात के बहुत प्रमाण हैं कि एलियंस ने धरती का भ्रमण किया है और वे लोगों के साथ रह रहे हैं। रूस के राजनीतिज्ञ किरसान इल्युझिनोव ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि 18 सितंबर, 1997 को एलियन उनके अपार्टमेंट में उनसे मिलने आए थे। इसके बाद एलियन ने उनका अपहरण कर लिया था।
यह कहानी दो वजहों से विश्वसनीय मानी जाती है। एक तो इल्युझिनोव के ड्राइवर, मंत्री और सहायक ने इस बात की पुष्टि की थी कि वह रहस्यमय तरीके से गायब हो गए थे। रूस के पूर्व प्रधानमंत्री दमित्री मेदवदेव कई बार एलियन की मौजूदगी के बारे में कह चुके हैं। एक बार एक रिपोर्ट से बात करते हुए उनके मुंह से निकल पड़ा था कि एलियन इंसानों के बीच रहता है और उनके साथ मिलकर काम करता है।
‘एरिया-51 में रहते हैं परग्रही, एलियंस की मुट्ठी में अमेरिका’ : एरिया 51 के बारे में कहा जाता है कि अमेरिकी सरकार ने एलियंस को छिपा रखा है। इसकी हकीकत क्या है, इसके बारे में ज्यादा मालूम तो नहीं है। पहले तो अमेरिकी सरकार एरिया 51 के अस्तित्व को ही नकारती रही है, फिर बाद में इसको स्वीकार किया। कुछ का कहना है कि वहां उड़न तश्तरी का परीक्षण किया गया था। सीआईए में रह चुके एडवर्ड स्नोडन ने अमेरिका के बारे में काफी सनसनीखेज दावे किए थे।
कहा जाता है कि एडवर्ड स्नोडन जब सीआईए में कर्मचारी था तो उसने गोपनीय सूचनाओं की चोरी की थीं। बाद में उसने गोपनीय सूचनाओं को लीक करने का दावा किया था। स्नोडन द्वारा लीक की गई सूचनाओं से यह संकेत मिलता है कि अमेरिका को ‘टॉल वाइट’ नाम के एलियनों से निर्देश मिलता है। लीक के मुताबिक, यह एलियन की वही प्रजाति है जिसके बारे में दावा है कि नाजियों को पहले विश्वयुद्ध से पहले सत्ता दिलाई थी। ऐसा दावा है कि पहले विश्व युद्ध के बाद फिर उन एलियन ने अमेरिका को काबू करना शुरू कर दिया।
अमेरिका के इन एयरफोर्स बेस पर उड़न तश्तरी देखने का दावा : एरिया-51 के अलावा अमेरिका के कई एयरफोर्स बेस पर एलियंस के देखे जाने का दावा किया गया है। न्यू मेक्सिको स्थित होलोमन एयरफोर्स बेस पर कई बार यूएफओ को देखा गया है। 1950 में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर क्लिफ बूथ ने दावा किया था कि उन्होंने और एक दूसरे आदमी ने सिगार के आकार के यूएफओ की तस्वीर खींची थी। अमेरिकी सरकार की ओर से सार्वजनिक की गई एक रिपोर्ट में स्वीकार किया गया था कि न्यू मेक्सिको स्थित कटलैंड एयरफोर्स बेस पर गार्ड्स ने 1980 में एलियन को देखा था। उसी दौरान उस इलाके में करीब छह घंटे तक रेडार को किसी अज्ञात चीज ने जाम कर दिया था। 29 पाम कैलिफॉर्निया का एक शहर है। वहां 1950 के बाद से कई बार उड़नतश्तरी को देखा गया है। मई 2019 में कीड़े की तरह के यूएफओ को 29 पाम शहर के ऊपर मंडराते हुए देखने का दावा किया गया था। अमेरिकी वायुसेना के एक इंटेलिजेंस अफसर मेजर जॉर्ज फाइलर ने करीब छह दशकों तक एलियन और यूएफओ की जांच की थी।
पृथ्वी पर इंसानों से पहले रहते थे एलियन? : दूसरी दुनिया के प्राणियों या एलियन्स को लेकर थ्योरी कभी खत्म नहीं होती हैं। ऐसी ही एक नई थ्योरी मशहूर एलियन हंटर स्कॉट वॉरिंग ने पिछले दिनों दी थी। वॉरिंग का दावा है कि अंटार्कटिका की बर्फ में उन्हें एक यूएफओ और एलियन बेस मिला है। डिजिटल मैप्स की स्टडी के बाद वॉरिंग ने यह दावा किया है। वॉरिंग एलियन्स और उड़न तश्तरी से जुड़े मामलों पर राय रखने के लिए काफी जाने जाते हैं। वॉरिंग ने एक ब्लॉग में बताया है कि गूगल अर्थ फीचर की मदद से जब वह लैवाइजियर आइसलैंड की स्टडी कर रहे थे, तब उन्हें एक टीआर3-बी क्राफ्ट मिला। उनके मुताबिक यह ट्रायऐंगल क्राफ्ट बीच में उठा हुआ और किनारों से मोटा है। यह मेटल का है और यह ऐसे इलाके में मौजूद है जो सदियों पुराना एलियन बेस लगता है।
उन्होंने दावा किया है कि बर्फे पिघलने के बाद यह क्राफ्ट दिखाई दिया है। साथ ही इसके आधार पर उन्होंने यह थिअरी भी दी है कि पृथ्वी पर मानव जाति से पहले एलियन रहा करते थे। इससे पहले वॉरिंग मंगल पर जीवन होने के और मेक्सिको में अंडरवॉटर एलियन बेस का दावा भी कर चुके हैं।