केदारनाथ पैदल मार्ग पर पुख्ता होंगे सुरक्षा इंतजाम, हेलमेट पहनकर डेंजर जोन पार करेंगे श्रद्धालु

0
79

रुद्रप्रयाग। बीते दिन केदारघाटी में गौरीकुंड-सोनप्रयाग के बीच बड़ा भूस्खलन हुआ था। हादसे में पहाड़ी से गिरे मबले के नीचे दबने से पांच यात्रियों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। वहीं हादसे के बाद प्रशासन पैदल मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुट गया है। यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के बीच स्लाइडिंग एवं डेंजर जोन में अब यात्रियों को हेलमेट पहन कर रास्ते पार करवाए जाएंगे। ऐसे स्थानों पर यात्रियों को सचेत करने एवं सतर्कता की जानकारी देने को अनाउंसमेंट सिस्टम एवं अलर्ट लाइट्स का भी सहारा लिया जाएगा।

निरीक्षण करने पहुंचे गढ़वाल कमिश्नर:-

गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय और आपदा सचिव विनोद सुमन ने बुधवार को केदारनाथ यात्रा और आपदा संबधित बैठक लेने केदार घाटी पहुंचे। गढ़वाल कमिश्नर ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। शेरसी में बैठक के दौरान उन्होंने मानसून सीजन के बाद शुरू हुई दूसरे चरण की यात्रा एवं 31 जुलाई को अतिवृष्टि के चलते हुई क्षति के बाद हुए पुनर्स्थापन कार्यों की समीक्षा की। इसके बाद सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र और पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी किया।

भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में मास्क एवं हेलोजन लाईट:-

उन्होंने सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में मास्क एवं हेलोजन लाईट लगवाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारी बारिश के चलते बार बार भूस्खलन यात्रा मार्ग पर हो रहा है ऐसे में माननीय मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि केदारनाथ यात्रा सुगम एवं सुरक्षित हो इसके लिए सभी विभाग अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन संवेदनशीलता के साथ करें।

30 करोड़ मुआवजा राशि स्वीकृत:-

आपदा सचिव विनोद सुमन ने बताया कि केदारनाथ धाम यात्रा सुरक्षा के साथ सुचारू रखने के लिए मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं। अब तक करीब 30 करोड़ रुपए मुआवजा एवं पुनर्थापना कार्यों के लिए मुख्यमंत्री स्वीकृत कर चुके हैं। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को सड़क एवं पैदल मार्गों पर हुई क्षति की पुनर्थपना गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए तेजी से करने के निर्देश दिए।

डेंजर जोन में हेलमेट का होगा इस्तेमाल:-

जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने बताया कि श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सभी संभव प्रयास किया जा रहे हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग पर सोनप्रयाग, जंगलचट्टी, रामबाड़ा, भीमबली सहित अन्य डेंजर जोन में यात्रियों को अब सुरक्षा हेलमेट पहन कर यात्रा करवाई जाएगी। इसके साथ ही यात्रा मार्ग पर अनाउंसमेंट सिस्टम और अलर्ट लाइट्स भी लगाने की तैयारी है। जिससे मौसम, भूस्खलन सहित यात्रा संबधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी यात्रियों को समय पर उपलब्ध करवाई जा सकें।

Leave a reply