देहरादून। आज बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेस कोर्स में राज्य स्थापना दिवस के मुख्य कार्यक्रम और पुलिस रैतिक परेड में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की आगामी योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए कई घोषणाएं भी की।
इस मौके पर धामी ने कहा कि पाठ्य पुस्तकों में आंदोलन का इतिहास शामिल होगा। साथ ही वाले समय 19 हजार से ज्यादा भर्तियां करने की बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य का जीडीपी 2027 तक दोगुना किया जाएगा। राज्य के संसाधनों का समुचित उपयोग और आय के स्रोतों को बढ़ाते हुए सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाने के लिए सुझाव देने के लिए एक सलाहकार फर्म का चयन किया जाएगा। प्रदेश में ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने, निवेशकों को आकर्षित करने के लिए 3 महीने के अंदर सरलीकृत जलविद्युत नीति और सौर ऊर्जा नीति को धरातल पर उतारा जाएगा।
धामी ने कहा कि विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण विस्तार करने और शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए रूपांतरण कार्यक्रम के तहत हर साल 200 विद्यालयों की कायाकल्प किया जाएगा, अगले 5 सालों में 1 हजार विद्यालयों की सूरत बदली जाएगी। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के तर्ज पर उत्तराखंड में भी कम मूल्य वाली फसलों की जगह अधिक मूल्य वाली फसलों के उत्पादन पर बढ़ावा दिया जाएगा। पर्यटन के क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए नई पर्यटन नीति अगले 3 माह के भीतर धरातल पर उतारी जाएगी। राज्य में पशुपालकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए राज्य पशुधन मिशन की शुरुआत की जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में आगामी 5 सालों में 10 हजार महिला समूह को उद्यमी बनाने का लक्ष्य तय किया गया है. इसके तहत कोई भी महिला और महिला समूह ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे उद्योग लगा पाएंगी। उत्तराखंड के आंदोलन और लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों को हमारी पाठ्य पुस्तकों में भी शामिल किया जाएगा। तहसील स्तर की समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री चौपाल कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी।