- ब्रिटिश एक्सपर्ट ने दी चेतावनी, ओमिक्रॉन और डेल्टा मिलकर बना सकते हैं बेहद खतरनाक स्ट्रेन
लंदन। एक ओर कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से दुनिया परेशान है तो दूसरी ओर सुपर वैरिएंट का खतरा भी सामने आ रहा है। ब्रिटेन के एक हेल्थ एक्सपर्ट ने पूरी दुनिया को डराने वाली चेतावनी दी है। मॉडर्ना के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. पॉल बर्टन ने कहा है कि अगर ओमिक्रॉन और डेल्टा स्ट्रेन मिलकर किसी को संक्रमित करते हैं तो कोरोना का नया सुपर वैरिएंट बन सकता है। ब्रिटेन में डेल्टा और ओमिक्रॉन की आउटब्रेक स्पीड ने सुपर-वैरिएंट की आशंका को बढ़ा दिया है।
आपस में डीएनए बदल सकते हैं वायरस : डॉ. बर्टन कहा कि आमतौर पर इंसान कोरोना के एक ही एक म्यूटेंट स्ट्रेन से संक्रमित होता है, कुछ खास मामलों में दो स्ट्रेन एक ही वक्त पर मरीज को संक्रमित करते हैं। अगर डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों एक सेल को संक्रमित करते हैं तो ये आपस में डीएनए की अदला-बदली कर सकते हैं। इन दोनों के मिलने से कोरोना का एक नया सुपर स्ट्रेन बन सकता है। डॉ. बर्टन ने बताया कि दोनों वैरिएंट के मिलने पर पहले से भी ज्यादा खतरनाक वैरिएंट बन सकता है। दो वायरस आपस में मिलकर जीन शेयर और स्वैप कर सकते हैं।
पहले भी दिखे स्ट्रेन जुड़ने के मामले : न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट पीटर व्हाइट ने भी इसी महीने एक सुपर स्ट्रेन उभरने की चेतावनी दी थी। ब्रिटिश हेल्थ एक्सपर्ट्स ने जनवरी में स्पेन में कुछ ऐसे मामले दर्ज किए थे, जिनमें अल्फा स्ट्रेन और B.1.177 स्ट्रेन आपस में जुड़कर एक हो गए थे। कैलिफोर्निया के वैज्ञानिकों ने भी फरवरी में बताया था। उन्होंने एक ऐसे स्ट्रेन की पहचान की थी, जिसमें केंट स्ट्रेन और B.1.429 आपस में मिल गए थे।
ब्रिटेन में 11,708 ओमिक्रॉन संक्रमित : ब्रिटेन में पिछले तीन दिन से कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ केस दर्ज किए जा रहे हैं। शुक्रवार को एक दिन में ही 93 हजार से ज्यादा केस सामने आए थे। यहां ओमिक्रॉन के 11,708 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। नए मिल रहे मामलों में हर पांच में से एक केस ओमिक्रान वैरिएंट का है।
अब तक 91 देशों में फैला ओमिक्रॉन : अब तक 91 देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। 9,009 केस डेनमार्क में, 1,792 केस नॉर्वे में और 1,247 केस साउथ अफ्रीका में मिल चुके हैं। भारत में भी इस वैरिएंट ने 100 का आंकड़ा पार कर लिया है। नीति आयोग ने चेतावनी जारी कर बताया है कि अगर ब्रिटेन की तरह ही भारत में संक्रमण फैलता है तो हर दिन 14 लाख केस सामने आएंगे।