कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश में अकेले बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन

नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का जिंदगी की जंग हार गए हैं। आज अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया है। उनका इलाज बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में चल रहा था। भारतीय वायुसेना ने इस बात की जानकारी ट्वीट कर दी है। वायुसेना के मीडिया कोआर्डिनेशन (IAF- MCC) सेंटर ने एक बयान में कहा- भारतीय वायुसेना को बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए गहरा दुख  है।

उनका आज सुबह निधन हो गया। भारतीय वायुसेना उनके परिवार के साथ है।
बता दें कि पिछले सप्ताह कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 अन्य सैन्य कर्मियों की जान चली गयी थी जबकि घायल अधिकारी सिंह बेंगलुरु में उपचार चल रहा था। जिनका आज उपचार के दौरान निधन हो गया है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बाद इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। हादसे में जान गंवाने वालों में रावत और उनकी पत्नी के अलावा ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी. एस. चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के. सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए., हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक साइ तेजा शामिल हैं।ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह यूपी के देवरिया के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले थे। उनका इलाज वेलिंग्टन के अस्पताल में चल रहा था। बेंगलुरु और पुणे के डॉक्टर इनका इलाज कर रहे थे। वरुण ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान के बैचमेट रहे हैं। वे 42 साल के थे। और अपने पीछे पत्नी गीतांजलि एक बेटा रिद रमन और बेटी आराध्या को छोड़ गए हैं। 

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