चारधाम यात्रा : श्रद्धालुओं की सीमित संख्या के विरोध में सड़कों पर उतरे होटल कारोबारी, किया प्रदर्शन

देहरादून। एक तरफ सरकार चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ होटल कारोबारी चारधाम यात्रा शुरू होने से ठीक पहले सरकार से नाराज होकर सड़कों पर उतर आए हैं। चारधाम यात्रा में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की सीमित संख्याए राज्य के लोगों के लिए पंजीकरण अनिवार्य करने के विरोध में आज मंगलवार को तीर्थपुरोहित होटल व्यवसायी और टूर ऑपरेटरों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया। उत्तरकाशी चमोली और रुद्रप्रयाग में बड़ी संख्या में तीर्थपुरोहितों व टूर ऑपरेटरों ने एकत्रित होकर ढोल नगाड़े के साथ जुलूस निकाला। वहीं चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के प्रतिनिधि सीएम को भी ज्ञापन सौपेंगे।

होटल एसोसिएशन के श्रीनगर अध्यक्ष नरेश नौटियाल ने कहा कि अगर सरकार चारधाम यात्रा में पंजीकरण व्यवस्था बंद नहीं करती है तो पूरे गढ़वाल मंडल में कारोबारी उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। पहले दो साल कोरोना ने होटल कारोबारियों की कमर तोड़ रखी थी अब इस साल यात्रा शुरू होने पर होटल कारोबारियों को उम्मीद थी कि उनकी अच्छी कमाई होगी और वो अपने पुराने घाटे से उबर पाएंगेए लेकिन सरकार ने तीर्थयात्रियों की संख्या सीमित कर दी है।

वहीं उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के महासचिव डॉ बृजेश सती ने कहा कि सरकार ने जल्द ही मांगों पर कार्रवाई नहीं की तो पूरे प्रदेश में आंदोलन तेज किया जाएगा। यात्रा के लिए राज्य के लोगों का पंजीकरण अनिवार्य किया है। यात्रा के लिए यदि पंजीकरण जरूरी है तो ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन व्यवस्था भी होनी चाहिए।

बता दें कि सरकार की तरफ से साफ किया गया है कि चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को अपना रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है यदि किसी श्रद्धालु का रजिस्ट्रेशन नहीं हो तो उसे चारधाम में नहीं जाने दिया जाएगा। इसके अलावा सरकार ने पिछली बार के हालत को देखते हुए चारधाम में श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित किया है।

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