- सोशल मीडिया पर बहस छिड़ने के बाद गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने भी डीजीपी से मांगी थी रिपोर्ट
- आखिरकार एडीजी ने एआईजी के आदेश को पलटा, जवान को किया बहाल
भोपाल। विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) के जवान राकेश राणा ने मूंछों की लड़ाई जीत ली है। सहायक पुलिस महानिरीक्षक ने राकेश राणा को उनकी मूंछों की वजह से निलंबित कर दिया था। इसे लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी इस मामले में डीजीपी से रिपोर्ट तलब की थी। आखिरकार एडीजी अनिल कुमार ने राणा को नौकरी ज्वाइन करने के मौखिक आदेश दिए और उसका निलंबन खत्म हो गया।
मध्य प्रदेश पुलिस में एसएएफ के जवान राणा ने कैप्टन अभिनंदन जैसी मूंछें रखी हुई हैं। इसे लेकर सहायक पुलिस महानिरीक्षक प्रशांत वर्मा ने उन्हें निलंबित कर दिया था। 7 जनवरी का यह आदेश भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसमें कहा गया था कि राणा की मूंछ और बाल ठीक से नहीं कटे हैं। इस वजह से टर्नआउट भद्दा है।
इसके साथ ही राणा का बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा था कि वह एक राजपूत है और मूछें नहीं कटवाएंगे। उनका कहना था कि हर जगह उनकी तारीफ होती है। लोग उनकी तुलना कैप्टन अभिनंदन से करते हैं। जब सब अच्छा लग रहा है तो निलंबन आदेश क्यों? इस मसले पर छिड़ी बहस पर उठे सवालों के बाद आज सोमवार को एडीजी अनिल कुमार ने राणा को नौकरी ज्वाइन करने के आदेश दिए और मामले का पटाक्षेप हो गया। राणा एमटी पुल में रिजर्व ड्राइवर के तौर पर काम करेंगे। डॉ. मिश्रा से जब राणा को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एडीजी, एआईजी और कांस्टेबल से बात करने को कहा है। ताकि इस मामले को खत्म किया जा सके। 12 बजे वह जब मेरे पास आएंगे तो मुझे बताएंगे कि इस मामले में क्या किया गया है।