पुरोला विवाद को लेकर ओवैसी का ट्वीट-उत्तराखंड में साजिश के तहत मुसलमानों को बना रहे निशाना

देहरादून। पुरोला में हुई नाबालिग लड़की को भगाने की घटना के बाद आक्रोश का माहौल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पुरोला विवाद के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने फिर जहर उगला है। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है

उत्तराखंड में एक सोची समझी साज़िश के तहत मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। झूठ की बुनियाद पर मुसलमानों को उनके जान और माल से महरूम करने की हर मुम्किन कोशिश की जा रही है। भाजपा और संघ परिवार के लोग इस षड्यंत्र में पूरी तरह शामिल है।

“सबका साथ, सबका विकास” की लफ़्फ़ाज़ी एक तरफ़ और प्रधानमंत्री की चुप्पी दूसरी तरफ़। RSS के भागवत का कहना है कि ‘मुसलमान दुनिया में सबसे सुरक्षित भारत में है’। भगवत को उत्तरकाशी जाकर ये बात कहनी चाहिए। सच तो यही है कि भारत का मुसलमान हिंसक हिन्दुत्ववादियों के आतंक से अकेले झूझ रहा है।

वहीं यमुना घाटी हिंदू जागृति संगठन की ओर से 25 जून को बड़कोट में महापंचायत के आयोजन के एलान के बाद प्रशासन भी सतर्क हो गया है। बृहस्पतिवार की शाम को जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बड़कोट के उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार को निर्देश दिए हैं कि महापंचायत का आयोजन करने की बात कहने वाले हिंदू जागृति संगठन के साथ बैठक करें।

जिसके बाद उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार ने शुक्रवार को हिंदू जागृति संगठन के कार्यकर्त्ताओं को वार्ता बैठक के लिए आमंत्रित किया है। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने कहा कि उपजिलाधिकारी को यह निर्देश दिए गए हैं कि संबंधित संगठन के पदाधिकारियों महापंचायत के आयोजन संबंधित मांगों पर चर्चा करें। हो सकता है कि उनकी जायज मांगों पर शीघ्र कार्यवाही की जा सके। जिससे महापंचायत का आयोजन टाला जा सके।

उधर पुरोला महापंचायत पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर नैनीताल हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने पुरोला महापंचायत पर टीवी डिबेट और सोशल मीडिया कैंपेन पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही नैनीताल हाईकोर्ट ने उत्तराखंड सरकार से तीन हफ्ते में जवाब तलब किया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here