- प्लास्टिक की बोतल के विकल्प के रूप में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी करेंगे शुभारंभ
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने प्लास्टिक की बोतल का विकल्प अंततः खोज ही लिया है। एमएसएमई मंत्रालय के अधीन कार्यरत खादी ग्रामोद्योग आयोग ने बांस की बोतल का निर्माण किया है। इस बोतल की क्षमता 750 एमएल और कीमत 300 रुपये से शुरू होगी। ये बोतलें पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ टिकाऊ भी हैं।
एक अक्तूबर को केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी बांस की इस बोतल को लांच करेंगे। दो अक्तूबर से खादी स्टोर में इस बोतल की बिक्री की शुरुआत होगी क्योंकि गांधी जयंती के अवसर पर सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को प्रतिबंधित किया जा रहा है। खादी ग्रामोद्योग आयोग द्वारा पहले ही प्लास्टिक के गिलास की जगह मिट्टी के कुल्हड़ का निर्माण शुरू किया जा चुका है। इस प्रक्रिया के तहत अभी तक मिट्टी के एक करोड़ कुल्हड़ बनाए जा चुके हैं।
खादी ग्रामोद्योग आयोग ने वित्त वर्ष के अंत तक एक करोड़ की क्षमता को तीन करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। आयोग के चैयरमैन वीके सक्सेना ने कहा है कि एक अक्तूबर को बांस की बोतल के साथ एमएसएमई मंत्री कच्ची घानी सरसों का तेल की ब्रिकी का भी शुभारंभ करेंगे। उन्होंने कहा कि बांस की बोतल की बिक्री शुरू होने से भारी संख्या में रोजगार उत्पन्न होगा। बोतल से बांस की खुशबू भी लोगों को मिलती रहेगी।
उन्होंने बताया कि भारत बांस का विश्व में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश हैं, लेकिन हम इसका इस्तेमाल अपने उत्पादों में पांच फीसद भी नहीं करते हैं। जबकि चीन अपने फर्नीचर के निर्माण में 90 फीसद तक बांस का इस्तेमाल करता है। बांस की बोतल की कीमत उसके आकार पर निर्भर करेगी।