उत्तराखंड एसटीएफ के हत्थे चढ़ा फर्जी आर्मी अफसर, युवाओं से कर चुका लाखों की ठगी

देहरादून। उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. आरोपी खुद को आर्मी अफसर बताकर पहले युवाओं को अपने झांसे में लेता था और फिर उन्हें सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी किया करता था। उसके कब्जे से सेना का फर्जी आईकार्ड, आर्मी की वर्दी व मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आर्मी इन्टेलीजेन्स (एमआई) ने सूचना दी थी कि थाना पटेलनगर क्षेत्र में एक व्यक्ति अपने आपको आर्मी अफसर बताकर नवयुवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी कर रहा है। एसटीएफ के इंस्पेक्टर अबुल कलाम ने छानबीन शुरू की तो कई चौकाने वाली जानकारी सामने आईं।
एसएसपी के अनुसार, नवयुवकों को जाल में फंसाने के लिए आरोपी प्रमोद अपने आपको आर्मी अफसर बताकर कहता था कि सेना में मेरी अच्छी जान पहचान है, जहां ट्रेडमैन के पद निकलते ही रहते हैं, जिन पर वह नौकरी लगवा सकता है। उसने प्रत्येक युवक से 3.50 लाख रुपए लिए। वह इन युवकों से मिलिट्री हास्पिटल में आर्मी की वर्दी पहने हुए भी मिला था जिस कारण युवक झांसे में आ गए थे कि वह आर्मी अफसर ही है।
मेरिट लिस्ट में भी सेंधमारी
पटेल नगर निवासी परवेज ने बताया कि उसे तो सेना में चालक पद पर भर्ती करने का एडमिट कार्ड तक मिल गया था। उसे मेरिट लिस्ट दिखाकर चयन होना बताया था। वह जब मिलिट्री हास्पिटल पहुंचा तो पता चला कि मेरिट लिस्ट फर्जी है, जिसमें उसका नाम एडिट किया गया था। ठगी के शिकार परवेज ने पटेलनगर कोतवाली में आरोपी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था