टिहरी गढ़वाल। पहाड़ में विकास कार्यों के नाम पर ठेकेदार चांदी काट रहे हैं और जिम्मेदार अफसर मौके पर झांकने की जहमत नहीं उठाते। इसका एक ताजा नमूना टिहरी के जौनपुर से एक ‘चकाचक’ सड़क की एक और तस्वीर आई है। मामला घोड़ाखुरी, मोगी, मसराज मोटर मार्ग से जुड़ा है। इस रोड का डामरीकरण किया जा रहा है, लेकिन काम बस कहने को ही हो रहा है। सड़क निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है, संबंधित ठेकेदार ने सरकार के करोड़ों रुपये ठिकाने लगा दिए, लेकिन सड़क का हाल आप खुद देख लीजिए।
कहीं सुनवाई न होने से सड़क डामरीकरण की खराब गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने एक वीडियो तैयार किया है जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। टिहरी जिले के घोड़ाखुरी, मोगी, मसराज मोटर मार्ग का डामरीकरण का काम पीएमजीएसवाई के द्वारा किया गया है। 6 किलोमीटर लंबी सड़क के डामरीकरण पर 4 करोड़ रुपये की लागत आई, लेकिन गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया।
ग्रामीणों ने मार्ग की गुणवत्ता को लेकर विभाग से कई बार शिकायत की लेकिन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। सरकार के अधिकारी-कर्मचारियों ने ग्रामीणों की मांग की अनदेखी की तो ग्रामीणों ने सड़क को हाथों से ही उखाड़कर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। उनका कहना है कि विभाग ने मोटर मार्ग के निर्माण में मानकों की अनदेखी की। गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा।
पीएमजीएसवाई के अधिकारी राजेश पंत ने भी निर्माण में धांधली की बात स्वीकारी है। उन्होंने कहा कि डामरीकरण के नाम पर मिट्टी बिछा दी गई थी, जिस वजह से सड़क आसानी से उखड़ रही थी। संबंधित ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस दे दिया गया है। जांच के आदेश जारी हुए हैं। वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए 50 मीटर हिस्से को उखाड़कर दोबारा डामरीकरण भी किया गया है, लेकिन यह सवाल अपनी जगह खड़ा है कि अगर ग्रामीण ‘चकाचक’ का वीडियो जारी न करते तो क्या ठेकेदारों के काम की जांच के लिये जिम्मेदार अफसरों की फौज घास चरने के लिये रखी गई है जो बैठे ठाले मोटी तनख्वाह लेते रहते हैं।