दिया प्रेरक संदेश
- अपनी बेटी की शादी न तो कोई समारोह और न ही की किसी तरह की फिजूलखर्ची
- केवल परिवार के सदस्य ही इस मौके पर रहे मौजूद, अफसर या राजनेता भी नहीं बुलाये
देहरादून। अपने सरल व्यवहार के लिए जाने जाते रहे उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी और उनकी पत्नी राधा रतूड़ी जो उत्तराखंड शासन में अपर मुख्य सचिव के पद पर हैं, ने सादगी की मिसाल पेश की है। जहां आजकल अमीर लोग बेटे-बेटियों के विवाह में शानो-शौकत की नुमाइश करने से नहीं चूकते, वहीं रतूड़ी दंपति ने बेहद सादगीपूर्ण तरीके से अपनी बेटी का विवाह कर लोगों को संदेश दिया है।
डीजीपी अनिल रतूड़ी ने बताया कि बेटी अपर्णा का विवाह फरवरी में ही तय हो गया था। विवाह की तारीख 15 जून तय हुई। उस वक्त किसी को पता नहीं था कि कोरोना के चलते लॉकडाउन हो जाएगा और शादी-समारोह आदि की तस्वीर बदल जाएगी। ऐसे में तमाम रिश्तेदार और परिवार के लोगों का भी आ पाना मुश्किल हो गया। ऐसे में कोर्ट मैरिज के जरिए शादी का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि अत्यंत सूक्ष्म तरीके से विवाह संपन्न हुआ।
दिलचस्प बात यह कि इस अवसर पर कोई समारोह भी आयोजित नहीं किया गया और न ही किसी तरह की फिजूलखर्ची की गई। केवल परिवार के सदस्य ही इस मौके पर मौजूद रहे। अधिकारियों से लेकर कोई राजनेता भी इस अवसर पर आमंत्रित नहीं था। इसलिए पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को भी जानकारी नहीं हो पाई। इसका पता लोगों को तब चला जब कि पूर्व मुख्यमंत्री और काग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने डीजीपी और एसीएस की बेटी अपर्णा और दामाद अपूर्व की फेसबुक पर फोटो शेयर कर उन्हें विवाह की बधाई और शुभकामनाएं दीं।