उत्तराखंड: चयनित शाखा पोस्ट मास्टर हिंदी में आवेदन पत्र नहीं लिख पाया, फिर उठने लगे सवाल
पौड़ी गढ़वाल।इन दिनों उत्तराखंड में डाक सेवकों की भर्ती को लेकर मामला गरमाया हुआ है। कुछ दिन पहले प्रदेश में डाक विभाग द्वारा की गई 200 नियुक्तियों में से केवल तीन ही उत्तराखंड से थे, जबकि बाकी अन्य राज्यों के युवा थे। इस बीच पौड़ी जनपद में चयनित शाखा डाकपाल (पोस्ट मास्टर) के हिंदी में आवेदन पत्र नहीं लिख पाने का मामला सामने आया है। जबकि चयनित शाखा डाकपाल ने हरियाणा बोर्ड से उत्तीर्ण हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा में हिंदी विषय में 95 नंबर पाए हैं।
ऐसे में अब इस पूरी चयन प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। डाक अधीक्षक पौड़ी दीपक शर्मा ने प्रकरण के सामने आने पर रिपोर्ट डाक परिमंडल देहरादून को भेज दी है। कहा कि चयनित शाखा डाकपाल की तैनाती को लेकर उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देश के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मंगलवार को प्रधान डाकघर पौड़ी में एक चयनित शाखा डाकपाल नियुक्ति के लिए पहुंचा। जहां डाक अधीक्षक की ओर से चयनित शाखा डाकपाल को एक आवेदन पत्र हिंदी में लिखने के लिए कहा गया।
आधे घंटे बाद जब चयनित डाकपाल ने हिंदी में लिखा आवेदन पत्र देखा, तो सभी अधिकारी-कर्मचारी सिर पकड़कर एक-दूसरे का मुंह ताकते रह गए। आवेदन पत्र में चयनित डाकपाल ने अधीक्षक को अदीशय, महोदय को मेव्य, डाकघर को ढाकघर और पौड़ी को पैटी लिखा था। इसके आगे पत्र में जो कुछ भी लिखा था, उसमें कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था। इसके बाद डाक कर्मियों ने उसे अंकों को हिंदी में लिखने के लिए कहा।
चयनित डाकपाल ने 1500 को पद्रासै, 2750 को सताइसे, 3531 को तीन हजार पानसे कतीस और 250 को ढाइरौ लिखा। डाक अधीक्षक पौड़ी दीपक शर्मा ने बताया कि हरियाणा के खरकरामजी जींद के रहने वाले व्यक्ति का चयन जिले के सिलोगी उप डाकघर में गढ़कोट शाखा डाकघर में शाखा डाकपाल के पद पर हुआ है।
बताया कि नव चयनित शाखा डाकपाल हिंदी में आवेदन पत्र नहीं लिख पाया है। साथ ही अंकों को भी हिंदी में नहीं लिख पाया है। जबकि डाक विभाग में हिंदी भाषा में कार्य संपादित होते हैं। उन्होंने बताया कि प्रकरण को लेकर रिपोर्ट परिमंडल देहरादून भेज दी है। चयनित शाखा डाकपाल की तैनाती को लेकर उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देश के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।