उत्तराखंड: किसानों के नाम पर ₹36 करोड़ की धोखाधड़ी, दो सीनियर अफसर गिरफ्तार, ऐसे हुआ खुलासा
हरिद्वार। जिले के झबरेड़ा थाना क्षेत्र में किसानों के नाम पर हुए करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा हुआ है। झबरेड़ा पुलिस ने किसानों के नाम से फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके 36 करोड़ रुपये से अधिक का क्रॉप लोन लेने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश तब हुआ जब किसानों के घर लोन चुकाने के नोटिस पहुंचे, जिसके बाद पीड़ित किसानों ने डीजीपी के जनता दरबार में शिकायत दर्ज कराई।
ये था पूरा मामला
थाना झबरेडा क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न किसानों और कई मजदूरों (जिन्हें किसान दर्शाया गया) के नाम पर फर्जी तरीके से बैंक अकाउंट खुलवाकर और कूटकरित दस्तावेज तैयार कर पंजाब नेशनल बैंक की इकबालपुर शाखा से साल 2008 से 2020 तक कोप लोन लिये गए। जिसकी संबंधित व्यक्तियों (किसान एवं मजदूर) को खबर तक नही थी। लोन की किस्त जमा न होने पर पंजाब नेशनल बैंक ने संबंधित के नाम पर नोटिस जारी किए गए।
बैंक का नोटिस पहुंचने पर किसानों और मजदूरों को अपने साथ हुई जालसाजी का पता चला। जो उनके लिए किसी सदमें से कम नहीं था। संबंधित प्रकरण का संज्ञान लेकर तत्कालीन चौकी प्रभारी इकबालपुर मोहन कठैत ने 19 अप्रैल 2021 को अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। आर्थिक अपराध होने के चलते मामला की जांच सीबीसीआईडी ने शुरू की। इस दौरान सीबीसीआईडी ने पांच के खिलाफ नोटिस जारी किए।
दो आरोपियों को गिरफ्तार
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पवन ढींगरा पुत्र बलदेव राज ढीगरा (तत्कालीन केन मैनेजर शुगर मिल इकबालपुर) वर्तमान में केन मैनेजर लक्सर शुगर मिल में तैनात है। जबकि उमेश शर्मा पुत्र राधेश्याम शर्मा (तत्कालीन एकाउंट मैनेजर शुगर मिल इकबालपुर) वर्तमान में शाकुम्भरी शुगर मिल, बेहट में एकाउंट मैनेजर के पद पर है। वहीं पुलिस तत्कालीन बैंक मैनेजर सहित तीन अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।