उत्तराखंड : …तो पूर्व पार्षद ने कराया धामी का कत्ल!

  • हिस्ट्रीशीटर रहे पूर्व सभासद राजेश गंगवार ने चार लाख रुपये सुपारी देकर शूटरों से कई हत्या

रुद्रपुर (ऊधमसिंह नगर)। आखिरकार पुलिस ने 19 दिन बाद भाजपा समर्थित पार्षद प्रकाश धामी हत्याकांड का खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने एक शूटर राजकुमार उर्फ बिट्टू उर्फ अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड में शामिल मुख्य साजिशकर्ता समेत छह बदमाश अभी फरार हैं। पुलिस के अनुसार सियासी रंजिश के चलते हिस्ट्रीशीटर रहे पूर्व सभासद राजेश गंगवार ने अपने भाई अन्नू गंगवार के साथ चार लाख रुपये सुपारी देकर शूटरों से पार्षद धामी की हत्या कराई थी।
एसएसपी डीएस कुंवर ने शनिवार की शाम कोतवाली में बताया कि हत्या में शामिल शूटर राजकुमार उर्फ बिट्टू उर्फ अभिषेक निवासी ग्राम बसेरा थाना पिसावा (अलीगढ़) को पकड़ा गया था। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त 315 बोर का तमंचा, तीन कारतूस और एक मोबाइल बरामद किया गया है। पार्षद की हत्या के बाद बदमाश हाईवे के टोल बैरियरों से बचते हुए यूपी भागे थे। इसके बाद राजेश गंगवार व अन्नू गंगवार भी फरार हो गए।  
एसएसपी ने बताया कि पुलिस को पता चला कि भदईपुरा निवासी अन्नू गंगवार और उसके भाई पूर्व सभासद राजेश गंगवार धामी से रंजिश रखते थे। वर्ष 2017 में राजेश गंगवार पर किशन नेपाली, बृजेश यादव और सोनू मिश्रा ने चुनाव के दौरान जानलेवा हमला किया था। प्रकाश धामी की ओर से इन हमलावरों की पैरवी की जा रही थी। फिर प्रकाश धामी और राजेश गंगवार में विवाद भी हुआ था।
इसके बाद नगर निगम चुनाव में प्रकाश धामी के निर्विरोध पार्षद चुने जाने से राजेश गंगवार का राजनीतिक भविष्य और स्थानीय वर्चस्व संकट में पड़ गया था। फिर दोनों भाइयों ने पार्षद को ठिकाने लगाने की साजिश रची। राजेश और अन्नू ने अपने साथी दिनेश शर्मा निवासी सिसैया सितारगंज के साथ मिलकर अन्य राज्यों के पेशेवर शूटरों को पार्षद की हत्या करने के लिए चार लाख रुपये की सुपारी दी थी। धामी की हत्या के लिए शूटरों को 10 दिन पहले बरेली बुला लिया गया था। साजिशकर्ता राजेश गंगवार और अन्नू गंगवार ने कार और हथियारों का इंतजाम किया। पार्षद की फोटो दिखाने के साथ ही दिनचर्या जानने के लिए रेकी भी कराई थी। कार में फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई थी। नौ, दस अक्तूबर को शूटरों ने पार्षद के घर की रेकी की थी। 11 अक्तूबर को उसे मारने की योजना थी लेकिन शूटर इस दिन हत्याकांड को अंजाम नहीं दे पाए। 12 अक्तूबर को शूटर दिनेश शर्मा के साथ पार्षद के घर पहुंचे थे। नगर निगम से संबंधित कार्य बताकर जरूरी कागजों पर हस्ताक्षर करने की बात कही। पार्षद ने कागज देखते ही शूटरों से अंदर बैठने को कहा था। इसी बीच, शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर पार्षद की हत्या कर दी।  
एसएसपी ने बताया कि शूटर राजकुमार उर्फ बिट्टू उर्फ अभिषेक शातिर और दुर्दांत अपराधी है। वह थाना पिसावा अलीगढ़ का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ हत्या का प्रयास, पुलिस मुठभेड़, मादक पदार्थों की तस्करी और आर्म्स एक्ट में 11 मुकदमे दर्ज हैं। राजकुमार पर पिसावा थाने में सात, थाना टापा जिला मथुरा में तीन और रुद्रपुर थाने में एक मुकदमा दर्ज है।  

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