उत्तराखंड: पति ने पत्नी को उतारा मौत के घाट, फिर खुद की जान देने की कोशिश, बिलखते रहे बच्चे

कोटद्वार।उत्तराखंड के कोटद्वार से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। यहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। पत्नी को मौत के घाट उतारने के बाद उसने अपनी भी जान लेने की कोशिश की। घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है वहीं घटना के बाद मृतका के परिवार में कोहराम मचा है।
मिलीं जानकारी के अनुसार रिखणीखाल क्षेत्र के गांव धामधार निवासी मनोज रावत (40) पुत्र केसर सिंह अपनी पत्नी शशि (30) पुत्री सतपाल सिंह रावत, निवासी कुमाल्डी, रिखणीखाल के साथ कोटद्वार में जल निगम स्टोर के पास किराए के मकान में रह रहा था। बुधवार की रात पति-पत्नी के बीच कहासुनी हुई। जिसके बाद देर रात मनोज ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और अपनी जान देने के लिए चाकू से गला व दोनों हाथों की नसों को काट लिया। एंबुलेंस से मनोज और शशि को बेस अस्पताल लाया गया। चिकित्सक ने शशि को मृत घोषित कर दिया। वहीं मनोज को अस्पताल में भर्ती कर उपचार दिया गया। बताया जा रहा है दंपति के 7 और 9 साल के दो बच्चे हैं।
मृतका शशि के पिता सतपाल सिंह रावत ने बताया कि उन्होंने 2013 में पुत्री की शादी मनोज रावत से की थी। तब मनोज होटल मैनेजमेंट से जुड़ी जॉब करता था। कुछ दिन सब कुछ ठीक-ठाक चलने के बाद वह शशि को परेशान करने लगा था। सतपाल सिंह ने बताया कि उनके दो बच्चे होने के बाद परिवार को संभालने के लिए आर्थिक और मानसिक रूप से समय-समय पर मदद करता रहा। यहां तक कि कोरोनाकाल के बाद लाखों रुपये खर्च कर दामाद मनोज को होटल के क्षेत्र में नौकरी करने के लिए जर्मनी भी भेजा था। जहां से वह 6 महीने बाद ही वापस लौट आया और तब से वह पत्नी शशि को ज्यादा परेशान करने लगा था। सतपाल सिंह का कहना है कि कल यानी बुधवार को ही वह घर की जरूरत का सामान पुत्री व दामाद को दिलाकर वापस घर लौटा था और रात ही दामाद मनोज ने पुत्री शशि को मार डाला।
मृतका के पिता सतपाल सिंह की तहरीर के आधार पर कोतवाली कोटद्वार पुलिस ने मनोज रावत के विरूद्ध हत्या का अभियोग मु0अ0सं0-63/2025, धारा-103 (1) बी.एन.एस. पंजीकृत किया गया है। पुलिस ने बताया कि पंचायतनामा के साथ-साथ अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर मामले की गहन जांच की जा रही है।