नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पानीपत से एलआईसी बीमा सखी योजना को लॉन्च कर दिया। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना के तहत महिलाओं को एलआईसी एजेंट बनने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इस दौरान हर महीने 7 हजार से 5 हजार रुपये भी दिए जाएंगे। साथ ही पॉलिसी कराने पर कमीशन भी दी जाएगी।
क्या है बीमा सखी योजना
बीमा सखी योजना के तहत देशभर में एक लाख महिलाओं को एलआईसी एजेंट (LIC Agents) के तौर पर ट्रेनिंग दी जाएगी। इस योजना में हरियाणा की 8,000 महिलाएं शामिल हैं। तीन साल की विशेष ट्रेनिंग में सखियों को वित्तीय सहायता भी मिलेगी। इन महिलाओं को पहले साल हर महीने 7,000 रुपये, दूसरे साल 6,000 रुपये और तीसरे साल हर महीने 5,000 रुपये की वित्तीय सहायता भी मिलेगी, साथ ही वित्तीय साक्षरता और बीमा जागरूकता को बढ़ावा दिया जाएगा।
प्रशिक्षण के बाद, यह महिलाएं एलआईसी एजेंट के रूप में काम कर सकती हैं। सिर्फ इतना ही नहीं ग्रेजुएट बीमा सखियों को एलआईसी में डेवलपमेंट ऑफिसर बनने का भी मौका मिलेगा।
कौन कर सकेगा आवेदन
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की इस योजना में 18-70 वर्ष की आयु की महिलाओं, जो दसवीं कक्षा पास हैं, आवेदन कर सकेंगी। वित्तीय साक्षरता और बीमा जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए उन्हें पहले तीन वर्षों के लिए विशेष ट्रेनिंग और वजीफा (stipend) दिया जाएगा।
आवेदन का तरीका ये है:-
- आपको सबसे पहले एलआईसी के इस आधिकारिक लिंक पर जाना है https://licindia.in/test2
- फिर यहां पर ‘Click Here For Bima Sakhi’ क्लिक करना है
- इसके बाद यहां पर आवेदनकर्ता का नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और पता आदि भरें
- इसके बाद आपको यहां पर अन्य जानकारी देनी है, जैसे अगर आप किसी एलआईसी एजेंट को जानते हैं तो उसकी जानकारी दें
- फिर आपको स्क्रीन पर दिया हुआ कैप्चा कोड भरना है
- आखिर में आपको सबमिट वाले बटन पर क्लिक कर देना है।
हरियाणा से ही हुई थी ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की शुरुआत
पीएम मोदी की हरियाणा की यह यात्रा विशेष है, क्योंकि इससे पहले 2015 में पानीपत में प्रतिष्ठित ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शुरुआत की थी। 22 जनवरी, 2015 को पीएम मोदी ने लड़कियों को बचाने और खासकर राज्य में बिगड़े लिंगानुपात को सुधारने के लिए पानीपत से ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना की शुरुआत की थी। इसे 100 करोड़ रुपए की शुरुआती फंडिंग के साथ लॉन्च किया गया था।