उत्तराखंड में जमीन खरीदकर फंस गए मनोज बाजपेयी, करोड़ों की जमीन जांच के घेरे में आई
![](https://enews24x7.in/wp-content/uploads/2024/11/WhatsApp-Image-2024-11-14-at-11.45.52-AM-905x613.jpeg)
अल्मोड़ा। बॉलिवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार मनोज किसी फिल्म या फिर ऐक्टिंग के लिए नहीं, बल्कि संपत्ति से जुड़े एक मामले की वजह से चर्चा में हैं। अल्मोड़ा में मनोज की एक प्रॉपर्टी जांच के दायरे में आ गई है।
क्या है मामला:- उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में बाहरी लोगों द्वारा जमीन खरीद का मामला सामने आ रहा है। ऐसे में प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन जमीनों की जांच कराई। अल्मोड़ा जीले के हवलबाग,लमगड़ा,रानीखेत,सल्ट,स्याल्दे, द्वाराहाट ब्लॉकों में जमीनों का गोलमाल हुआ है। जिस पर जिला प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दिया है। जिला अधिकारी अल्मोड़ा में जमीन खरीद-फरोख्त के मामले की जांच के बाद जनपद में 23 मामले सामने आए। इनमें से 11 मामलों पर नोटिस जारी किए गए हैं और 5 मामलों की जांच के जमीन जब्ती कर रेवेन्यू विभाग में निहित किए गए हैं। वहीं, 8 जमीनों के प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है।
इस मामले में एक्टर मनोज बाजपेयी का भी नाम सामने आ रहा है। दरअसल, मनोज बाजपेयी ने साल 2021 में अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा ब्लॉक में 15 नाली जमीन खरीदी थी। उन्होंने वो जमीन योग सेंटर खोलने के लिए खरीदी थी। मगर अभी तक उसमें प्रोजेक्ट शुरू नहीं किया, जिस वजह से उन्हें नोटिस भेजा गया है।
जिला अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय ने कहा- जमीन की जांच गहनता करने के बाद कार्यवाही की जा रही है। जिसमें मनोज बाजपेयी की 15 नाली जमीन भी शामिल है, जो उन्होंने 2021 में योग सेंटर के लिए जमीन ली थी। उन्होंने अभी तक प्रोजेक्ट शुरू नहीं किया है, इसलिए उनको नोटिस दिया गया है।
राजा भैया की पत्नी की जमीन भी जब्त:- इससे पहले उत्तराखंड सरकार की ओर से रघुराज प्रताप सिंह की पत्नी भानवी सिंह के नाम से रजिस्ट्री जमीन को नैनीताल में जब्त किया गया। इसको देखते हुए नैनीताल के जिला प्रशासन ने राजा भैया की पत्नी के नाम रजिस्टर जमीन पर कार्रवाई हुई है। नैनीताल में उनकी आधा हेक्टेयर (27.5 नाली) से अधिक जमीन जब्त कर ली है।
भानवी सिंह के नाम पर कैंची धाम उपखंड के अंतर्गत सिल्टोना गांव में स्थित यह जमीन 2006 में कृषि उद्देश्यों के लिए खरीदी गई थी। इसके बाद से अब तक इस पर कोई खेती-बाड़ी नहीं हुई है। जांच के बाद राजस्व विभाग ने संपत्ति जब्त करने की कार्यवाही शुरू की। आयुक्त की अदालत और राजस्व बोर्ड में कार्रवाई को चुनौती देने के बावजूद भानवी सिंह की अपील खारिज कर दी गई।