हृदय रोगियों के लिए राहत की खबर, अब देहरादून के इस जिला अस्पताल में भी हार्ट का इलाज

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देहरादून। हृदय रोगों के गंभीर मरीजों को अब इलाज के लिए निजी अस्पतालाें की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। ऐसे मरीजों को अब जिला अस्पताल देहरादून के (कोरोनेशन अस्पताल) में हृदय रोगियों का इलाज भी किया जा सकेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. संदीप मालवीय की नियुक्ति की गई है, जिन्होंने ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी हैं। इस पहल के अंतर्गत अब प्रतिदिन लगभग 30-35 मरीज अस्पताल की ओपीडी में परामर्श और उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।

दरअसल, बदलते लाइफस्टाइल और खानपान के कारण लोगों में हृदय रोग का खतरा बढ़ता जा रहा है। हाल में युवाओं में भी हृदय रोग के मामले तेजी से बढ़े हैं। पर सरकारी अस्पतालों में कार्डियोलॉजिस्ट नहीं हैं। जिस कारण हृदय रोगियों को उपचार के लिए निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। पर अच्छी बात यह है कि नीति नियंताओं ने अब इस ओर गंभीरता दिखानी शुरू कर दी है।

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहले से ही कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति के साथ-साथ कैथ लैब की स्थापना की गई है, जहाँ एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी जैसी उन्नत सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसी कड़ी में, जिला चिकित्सालय में भी अब कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति कर दी गई है। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वाईएस चौहान का कहना है कि इस पहल का उद्देश्य मरीजों को एक ही छत के नीचे सभी आवश्यक उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराना है। अब ओपीडी सेवाओं के साथ-साथ भर्ती मरीजों की ईको जांच की सुविधा भी अस्पताल में दी जा रही है।

वर्तमान समय में अस्पताल में मात्र एक रेडियोलाजिस्ट डा. निखिल कुमार तैनात हैं। पर अस्पातल में मरीजों का अत्याधिक दबाव है। हर दिन करीब 60-70 अल्ट्रासाउंड हो रहे हैं। पूर्व में यहां दो रेडियोलॉजिस्ट तैनात थे, पर रेडियोलॉजिस्ट डा. मनोज उप्रेती अब निदेशक बन गए है।

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. चौहान ने बताया कि रेड़ियोलाजिस्ट की तैनाती के लिए विभाग से पत्राचार किया जा रहा है। फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मसूरी उप जिला चिकित्सालय के सीएमएस एवं वरिष्ठ रेडियोलाजिस्ट डा. यतेंद्र सिंह सप्ताह में दो दिन यहां अपनी सेवा देंगे। वह सोमवार व शुक्रवार को अल्ट्रासाउंड करेंगे।

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