तिरुपति मंदिर लड्डू विवाद से जुड़ा है कनेक्शन, उत्तराखंड पहुंची FSSAI की टीम…
देहरादून।आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट मामले में रुड़की के पास भगवानपुर स्थित एक फैक्टरी का नाम जुड़ा है। ये फैक्टरी ‘भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड’ के नाम से चल रही थी और यहां से तिरुपति मंदिर के लिए घी की आपूर्ति की जा रही थी। तिरुपति मंदिर को सप्लाई किए गए घी में मिलावट की खबर फैलने के बाद इस फैक्ट्री पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने छापा मारा। बताया जा रहा है कि भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड हरिद्वार से भी तिरुपति मंदिर में घी सप्लाई किया गया है।
बता दें कि इससे पहले उत्तराखंड के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने भी भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में छापा मारा था, लेकिन उत्तराखंड की टीम को वहां कुछ नहीं मिला था। एफडीए की जांच में सामने आया था कि कंपनी में पिछले दो महीने से कोई प्रोडेक्शन नहीं हो रहा है। यानी बीते दो महीने से वहां पर कोई घी नहीं बन रहा था। हालांकि एफडीए के अधिकारियों को वहां से घी से कुछ रैपर जरूर मिले थे। वहीं अब सोमवार को FSSAI की टीम ने भी कंपनी में छापा मारा।
बताया जा रहा है कि सोमवार को FSSAI की तीन सदस्य टीम ने करीब दो घंटे तक न केवल फैक्ट्री में जांच पड़ताल की, बल्कि इस बता का पता लगाने का भी प्रयास किया कि दस सालों से चल रही घी की फैक्ट्री अचानक से एक महीना पहले कब और किन परिस्थितियों में बंद हो गई। FSSAI की टीम इन सवालों का जवाब तलाशने में लगी हुई है। सवाल इसीलिए भी खड़े हो रहे है कि क्योंकि तिरुपति मंदिर लड्डू विवाद और फैक्ट्री के बंद होने की टाइमिंग कोई ज्यादा अंदर नहीं है। बताया यह भी जा रहा है कि फैक्ट्री के लाइसेंस का चार अक्टूबर को ही नवीनीकरण कराया गया है, जिसका नवीनीकरण अगस्त में होना था।
तिरुपति लड्डुओं में घी की मिलावट का मामला सामने आने के बाद उत्तराखंड में भी खाद्य सुरक्षा विभाग ने व्यापक जांच अभियान चलाया। इस दौरान राज्यभर में विभिन्न ब्रांड्स के घी के 113 सैंपल एकत्र किए गए, जिनमें से 23 सैंपल देहरादून से लिए गए थे। सभी सैंपल रुद्रपुर स्थित लैब में भेजे गए हैं, जहां उनकी जांच की जा रही है। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि एक महीने के भीतर सभी सैंपल की रिपोर्ट आ जाएगी, जिससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि घी असली था या नकली।