उत्तराखंड के यूट्यूबर सौरभ जोशी समेत इन लोगों को नोटिस जारी, 1000 करोड़ की ठगी का मामला

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देहरादून।उत्तराखंड के जाने माने सोशल मीडिया और यूट्यूबर “ब्लॉगर” सौरभ जोशी को एक ठगी के मामले में नोटिस जारी किया गया है। स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने हाईबॉक्स एप के जरिये देशभर के 30 हजार से ज्यादा लोगों से 1000 करोड़ रुपये ठगने के मामले में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर/यूट्यूबर एल्विश यादव, अभिषेक मल्हान, लक्ष्य चौधरी व सौरभ जोशी सहित अन्य को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किए हैं।

पुलिस को अंदेशा है कि HIBOX ऐप के जरिए फ्रॉड का बड़ा रैकेट है। इसके तार विदेशों से जुड़े हो सकते हैं। केस से 151 शिकायतें भी लिंक मिली हैं। इसके अलावा EASEBUZZ और PHONEPE की भूमिका भी जांच के दायरे में है। पुलिस मामले की जांच के लिए ED को भी लेटर लिखेगी।

IFSO डीसीपी ने क्या बताया

IFSO डीसीपी डॉ हेमंत तिवारी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी की पहचान 30 वर्षीय शिवराम के तौर पर हुई है। इसके चार बैंक अकाउंट से 18 करोड़ जब्त कर लिए हैं। यह मास्टरमाइंड है। HIBOX मोबाइल ऐप के जरिए 30,000 से अधिक लोगों को ठगा है। आरोप है कि कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और यूट्यूबर्स जैसे सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान उर्फ फुकरा इंसान, पूरव झा, एल्विश यादव, भारती सिंह और हर्ष लिंबाचिया, लक्ष्य चौधरी, आदर्श सिंह, अमित उर्फ क्रेज़ी और दिलराज सिंह रावत उर्फ इंडियन हैकर ने HIBOX एप्लिकेशन को प्रमोट कर लोगों को रुपये निवेश करने के लिए प्रेरित किया था। 20 अगस्त को मामला दर्ज करने के बाद जांच में यह बात सामने आई कि हाईबाक्स के खिलाफ उत्तर-पूर्व जिले में साइबर थाने में भी मामला दर्ज है। यहां नौ पीड़ितों ने शिकायतें दी थीं। इस मामले को भी यूनिट को ट्रांसफर कर दिया गया। जांच के दौरान उत्तर-पूर्व जिले की 30, शाहदरा जिले की 24 और बाहरी जिले की 35 शिकायतें भी शामिल की गईं। एनीसीआरपी पोर्टल पर इसी तरह की धोखाधड़ी के 488 और मामले भी लिंक किए गए हैं। वहीं, आरोपियों ने नोएडा स्थित कार्यालय को बंद कर दिया है।

ईजबज और फोनपे से करवाया भुगतान

यूनिट में तैनात एसीपी मनीष जोरवाल की निगरानी में इंस्पेक्टर हरबीर की टीम ने धोखाधड़ी में शामिल भुगतान गेटवे और बैंक खातों का विवरण इकट्ठा किया। जांच के दौरान पता चला कि ईजबज और फोनपे भुगतान गेटवे का इस्तेमाल ठगी की रकम को लेने के लिए किया गया है। यहां रकम को बैंक खातों में पहुंचा गया। ऐसे चार बैंक खातों की पहचान की गई। इसके बाद बैंक खाताधारक आरोपी शिवराम को गिरफ्तार किया गया। बैंक खातों के विश्लेषण से पता चला कि शिवराम द्वारा संचालित सत्रुल्ला एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के चार खातों में रकम जमा की गई थी। आरोपी ने चेन्नई के न्यू वॉशरमेनपेट स्थित ऑफिस स्पेस को सत्रुल्ला एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से लीज पर लिया था।

क्या है HiBox एप्लीकेशन और कैसे काम करता है

पुलिस के अनुसार शिकायकर्ताओं ने बताया कि HiBox एप्लीकेशन में साइन अप करने वाले लोगों से पैसे निवेश करवाए जाते हैं। ये ऐप लोगों को रोजाना 1 से 5 फीसदी तक ब्याज देने का वादा करता है। इसके अलावा वह महीने भर में अपकी लगाई रकम के 90 फीसदी तक वापस देने का आश्वासन देता है। शिकायत में बताया गया कि कुछ दिन पैसे वापस देने के बाद निवेशकों को रकम मिलना बंद हो गया।

कौन है शिवराम

शिवराम नवंबर 2016 में स्थापित सत्रुल्ला एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड का मालिक है। कंपनी ने हाईबॉक्स एप को फरवरी 2024 में बनाया था। जालसाजों ने नामी लोगों से विज्ञापन करवाकर अप्रैल 2024 में इसे शुरू कर दिया। पांच महीनों में हाईबाक्स ने दैनिक आधार पर 1 प्रतिशत और मासिक आधार पर 30 प्रतिशत रिटर्न देने का झांसा दिया। शिवराम वियतनाम में मौजूद मुख्य आरोपी के संपर्क में दिसंबर 2022 में आया था। जून 2023 से उसने ऐप बनाने, भुगतान गेटवे प्राप्त करने, बैंक खाते खोलने, फ्रंट ऑफिस खोलने आदि काम शुरू कर दिए थे।

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