दिल्ली के वसंत कुंज में बुराड़ी जैसा कांड, पिता ने अपनी चार बेटियों के साथ की खुदखुशी..

0
116

दिल्ली के रंगपुरी इलाके में एक पिता ने अपनी चार बेटियों के साथ खुदखुशी कर ली। घटना शुक्रवार की है, 50 वर्षीय हीरा लाल परिवार के साथ रंगपुरी इलाके में किराए के मकान में रहता था जो मूल रूप से बिहार का रहने वाला था। उसकी चार बेटियां भी थीं, चारों बेटियां दिव्यांग थीं। दिव्यांग होने के कारण बेटियां कहीं भी जाने में असमर्थ थीं। आस पास के लोगों ने हीरा लाल के घर से बदबू आने पर पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो सभी के होश उड़ गए, पुलिस ने फ्लैट का ताला तोड़कर शवों को निकाला।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, हीरालाल कारपेंटर का काम करता था और उसकी पत्नी की मौत एक साल पहले कैंसर से हो गई थी। अब परिवार में 18  साल की बेटी नीतू, 15 साल की निशि, 10 साल की नीरू और 8 साल की बेटी निधि थे। बेटियां दिव्यांग होने की वजह से वह चल-फिरने में असमर्थ थीं, जिसे लेकर हीरालाल परेशान रहता था। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। सीसीटीवी फुटेज में शख्स 24 तारीख को घर के अंदर जाते दिखा है। उसके बाद से घर का दरवाजा अंदर से बंद हो गया था।

जिसके बाद शुक्रवार सुबह 10 बजे दिल्ली पुलिस को इस मामले की जानकारी मिली। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पाया कि उनके कमरे का दरवाजा बंद है जिसके बाद दिल्ली फायर सर्विस की टीम को बुलाकर दरवाजे को तुड़वाया गया। पांचों के शव कमरे में पड़े हुए थे और पास में सल्फास के ओपन पाउच पड़े हुए थे, इसके अलावा कमरे के डस्टबिन में जूस के टेट्रा पैक और पानी की बोतल मिली थी।

दिल्ली पुलिस का कहना है की शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का जरूर लग रहा है लेकिन इन पांचो ने एक साथ ऐसा कदम कैसे उठाया? कब से इसकी प्लानिंग कर रहे थे? क्या पिता ने ही बच्चियों को जहर दिया फिर खुदकुशी की? और कई एंगल से जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की असली वजह पता चल पाएगी। चारों बेटियों के पेट और गले मे लाल कलावा बंधा था। चार बेटियों के शव पहले कमरे के डबल बेड पर पड़े थे और हीरालाल का शव दूसरे कमरे में मिला है और पांचों के मुंह से सफेद झाग निकल रहा था।

Comments are closed.