सावधान ! बारिश वाली बीमारियां बन सकती हैं जानलेवा, बदलते मौसम में इस तरह करें बचाव
देहरादून। गर्मी से राहत देने वाली बरसात अब होने लगी है। कई हिस्सों में मानसून की दस्तक से मौसम सुहावना हो गया है। हालांकि, ये बारिश राहत के साथ ही कई बीमारियां अपने साथ लेकर आती है। इस मौसम में कई खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। कुछ बीमारियां तो ऐसी भी हैं, जिनका समय पर इलाज न हो तो जान भी जा सकता है। ऐसे में दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में मौसमी बीमारियों से संबंधित मरीज सबसे ज्यादा पहुंच रहे हैं।
अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक मानसून में लोगों से बीमारियों से बचने की सलाह दे रहे हैं। डॉक्टर की मानें तो इस मौसम में बुखार, पेट खराब होने की वजह से उल्टी, मच्छर जनित बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। इस मौसम में मलेरिया और डेंगू के मच्छर सबसे अधिक पैदा होते हैं, जिससे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
दून अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर अनुराग अग्रवाल के मुताबिक फिलहाल अभी कोई अलार्मिक सिचुएशन नहीं आई है। उन्होंने बताया कि फिलहाल सबसे ज्यादा मरीज मेडिसिन और बाल रोग विभाग में पहुंच रहे हैं। इनमें से कई मरीज बुखार और मच्छर जनित बीमारियों के कारण अस्पताल आ रहे हैं।
डॉक्टर अग्रवाल ने बताया कि इस मौसम में डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या में इजाफा हो जाता है। ऐसे में दून अस्पताल में 30 बेड का ऑक्सीजन वार्ड, 9 बेड का आईसीयू बनाया गया है। इसके अलावा बच्चों के लिए आठ बेड का सेमी आईसीयू तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि यह तीनों वार्ड मच्छर जनित बीमारियों जैसे डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया से संबंधित मरीजों के लिए उपलब्ध रखे गए हैं। इन वार्डों में सस्पेक्टेड मरीजों को रखा जा रहा है और कंफर्म आने की स्थिति में इन मरीजों को अस्पताल की तरफ से इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।
बारिश वाली बीमारियों के सामान्य लक्षण
तेज बुखार
सिरदर्द
मांसपेशियों में दर्द
सांस लेने में समस्या
उल्टी, दस्त
बारिश वाली बीमारियों से कैसे बचें
1. मच्छरों के पनपने से रोकें, घर के आसपास या छत पर पानी न जमा होने दें
2. खानपान का खास ख्याल रखें, बाहर का खाना छोड़ें
3. साफ और उबला पानी ही पिएं
4. साफ-सफाई को लेकर लापरवाही न करें
5. समय-समय पर हाथों को धोते रहें