सियासत की विरासत
- बसपा सुप्रीमो मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी बनने की अटकलें तेज
- आगरा में महागठबंधन की रैली में बुआ की कुर्सी पर बैठे आकाश
आगरा में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल महागठबंधन की संयुक्त रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद को उनकी बुआ की कुर्सी पर बैठाया गया। चुनाव आयोग के 48 घंटे के प्रतिबंध के कारण बहनजी इस जनसभा में हिस्सा नहीं ले सकी थीं। बदले घटनाक्रम में आनंद को मायावती की कुर्सी देने से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि क्या वह मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी बनने जा रहे है?
मंच पर बुआ की कुर्सी पर बैठे आकाश रालोद मुखिया अजित सिंह, बसपा महासचिव सतीश मिश्रा और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ आत्मविश्वास से लबरेज नजर आए। गौरतलब है कि आकाश पहली बार वर्ष 2016 में माया के साथ सहारनपुर में सार्वजनिक रूप से नजर आए थे। वर्ष 2017 में बहनजी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का आकाश से परिचय कराया था। हालांकि आकाश इस साल मायावती के जन्मदिन पर आयोजित जश्न के बाद मीडिया की नजरों में आए। जब माया ने घोषणा की कि वह आकाश को पार्टी के रोजमर्रा के कामकाज में शामिल करेंगी।
गत सात अप्रैल को देवबंद में बसपा, सपा और रालोद की पहली संयुक्त रैली में भी आकाश माया के साथ दिखे थे। बसपा के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में माया और सतीश के बाद आकाश का नाम तीसरे नंबर पर था।
आकाश ने आज पहली बार मायावती की अनुपस्थिति में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। आनंद ने कहा, ‘मेरी बुआ जी की अपील पर यहां इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए हैं तो इसके लिए हम लोग आप सभी के आभारी हैं। मंच पर मेरे वरिष्ठ बैठे हैं और वे चुनाव के बारे में अपने विचार प्रकट करेंगे। मैं आपके सामने पहली बार आया हूं। जय भीम-जय भारत।’
इससे पहले बदायूं में महागठबंधन की संयुक्त सभा के दौरान मायावती ने अपने भाषण के बीच मंच पर बैठे आकाश की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘मेरे भाई का लड़का आकाश आनंद इधर बैठा है और मैंने अब यह फैसला किया है कि इस लड़के को राजनीति में जरूर लाना चाहिए।’
सूत्र बताते हैं कि हाल के दिनों में पार्टी की सोशल मीडिया पर मजबूत हुई पकड़ के पीछे आकाश का ही हाथ माना जा रहा है। सिर्फ मायावती के जन्मदिन पर आईं तस्वीरों में नहीं, बल्कि जब राजद नेता तेजस्वी यादव ने मायावती ने मुलाकात की, तब भी आकाश साथ में दिखे थे। पिछले दिनों भी मायावती के आकाश को विरासत सौंपने को लेकर मीडिया में कुछ खबरें छपी थीं। जिन पर बहनजी ने गहरी नाराजगी का इजहार किया था।