- इतने बड़े पैमाने पर आरियां चलने से बेखबर वन और राजस्व विभाग के जिम्मेदार अफसरों पर उठे सवाल
नई टिहरी। यहां भिलंगना ब्लॉक स्थित सीमांत गांव गंगी में बेशकीमती 800 हरे पेड़ों पर आरियां चलती रहीं और काटे गए हैं। इनमें थुनेर, भमोरा और बुरांश के पेड़ शामिल हैं। पुलिस, राजस्व और वन विभाग की संयुक्त जांच टीम ने मौके पर जाकर इसकी पुष्टि की है। जांच रिपोर्ट आज शुक्रवार को डीएम और डीएफओ को सौंप दी गई है।
गौरतलब है कि जिस ताल नामे तोक में हरे पेड़ों पर कई दिन आरियां चलती रहीं, वह गांव से केवल तीन किलोमीटर की दूरी पर है। न तो वन और न ही राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारी क्षेत्र में गश्त पर पहुंचे। साथ ही किसी भी ग्रामीण ने प्रशासन को इतन बड़े पैमाने पर पेड़ काटे जाने की सूचना दी। इससे सबकी भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है।
गौरतलब है कि मीडिया में बीती 26 जून को मामला सामने आने पर वन विभाग में हड़कंप मच गया था। इस खबर का संज्ञान लेते हुए डीएम मंगेश घिल्डियाल ने डीएफओ डॉ. कोको रोसे को मामले की जांच के निर्देश दिए थे। डीएफओ ने पुलिस, राजस्व और वन विभाग की संयुक्त जांच टीम को मौके पर भेजा था।
जांच टीम के सदस्य क्षेत्र के रेंज अधिकारी शरत सिंह नेगी ने बताया कि गंगी गांव के पास ताल नामे तोक में सिविल सोयम और आरक्षित वन भूमि में पेड़ काटे गए हैं। उन्होंने बताया कि काटे गए पेड़ों के स्थान पर कई छानियां भी बनाई जा रही हैं। ये छानियां किसकी हैं, पूछताछ के बावजूद इसका पता नहीं चला है।डीएफओ ने बताया कि कॉबिंग के बाद टीम गंगी से लौट रही है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।