उत्तराखंड में दो दिन तेज गर्जनाओं के साथ होगी बारिश

  • उत्तरकाशी में मलबे में दबने से 8 मवेशियों की मौत
  • प्रदेश में 36 से अधिक सड़कों पर आवाजाही ठप

देहरादून। उत्तराखंड में आसमान से बरसी ने आफत आमजन का जीना मुहाल कर दिया है। सड़कों पर जहां-तहां मलबा गिरने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश और गर्जना के साथ साथ आकाशीय बिजली गिरने संभावना जताई है। सतर्कता के लिए मौसम विभाग ने आरेंज अलर्ट जारी किया है।
बारिश ने खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में कहर बरपा दिया है। बरसाती नाले उफान पर हैं। उत्तरकाशी में बारिश के कारण सिल्क्यारा बैंड के पास भूस्खलन से एक गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई। जिसमें एक गाय की दबने से मौत हुई। मोरी के फिताड़ी गांव के खका तोक में भूस्खलन से सात बकरियां मलबे में दब गई। बारिश के चलते भूस्खलन से प्रदेश में करीब 36 अधिक मार्गों पर आवाजाही ठप हो गई। गंगोत्री राजमार्ग करीब पांच घंटे तक नगुण के पास बंद रहा। कोटद्वार के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुगड्डा-फतेहपुर के मध्य चट्टान गिरने से यातायात बाधित हो गया। दोपहर बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात पूरी तरह सुचारू हो पाया। कुमाऊं में पिथौरागढ़ जिले का कई मार्ग बंद रहे। ढाई माह बाद भी चीन सीमा को जोड़ने वाला दारमा मार्ग नहीं खुल सका। आलवेदर रोड पर दिल्ली बैंड में चट्टान खिसकने से तीन घंटे यातायात बंद रहा। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में वाहन फंसे रहे।

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