उत्तराखंड : अब पहाड़ के गांवों में भी कोरोना ढा रहा कहर!

  • टिहरी जिले के घोन गांव में 59 लोग मिले संक्रमित, मोरी के चार गांव बनाये कंटेनमेंट जोन

देहरादून। कोरोना के कहर के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते संक्रमण की रफ्तार को रोकना स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के लिए चुनौती बनता जा रहा है। टिहरी के कंडीसौड़ तहसील के ग्राम घोन में शुक्रवार को 59 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसके बाद जिला प्रशासन ने गांव को मिनी कंटेनमेंट जोन घोषित कर गांव की सीमा पर बैरिकेडिंग कर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है।
इस बाबत कंडीसौड़ के प्रभारी तहसीलदार गंगा प्रसाद पेटवाल ने बताया कि घोन गांव में कई दिनों से लोग बुखार और खांसी से परेशान थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर लोगों की सैंपलिंग की।
शुक्रवार को मिली रिपोर्ट में घोन गांव के 59 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। अब गांव की सीमाएं सील कर दी गईं हैं। किसी भी जरूरी सामान की आपूर्ति के लिए राजस्व कर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी समस्या के लिए गांव के लोग राजस्व उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह रावत से संपर्क कर सकते हैं। घोन गांव पहुंचकर उन्होंने लोगों को मास्क और सैनिटाइजर बांटे गए और लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की।
पुरोला के मोरी ब्लॉक में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार को क्षेत्र के चार गांवों में 65 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर स्थानीय प्रशासन ने चार नए कंटेनमेंट जोन बना दिए हैं। शुक्रवार को मोरी ब्लाक के खन्ना गांव में 13, झोटाड़ी में 13, नानाई व जखोल में 26 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने सभी मार्ग सील कर इन गांवों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है।
एसडीएम सोहन सिंह सैनी ने बताया कि पॉजिटिव लोगों की निगरानी के लिए पीएचसी मोरी के चिकित्सकों को कहा गया है। जबकि क्षेत्र में रसद आपूर्ति के लिए संबंधित क्षेत्र के पूर्ति निरीक्षकों एवं बीडीओ को आदेश जारी किए गए हैं। एसडीएम ने बताया कि कंटेनमेंट क्षेत्र में अग्रिम आदेशों तक सभी दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। 
पौड़ी के विकासखंड कोट के दर्जनभर गांवों में स्वास्थ्य विभाग की दो टीमों ने ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जाने पर 200 ग्रामीणों के कोरोना सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। स्वास्थ्य टीम का कहना है कि क्षेत्र में अभी कई गांवों में लोग बुखार से परेशान हैं, उन गांवों में भी टीम ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी। 
विकासखंड कोट के पूर्व कनिष्ठ प्रमुख वीरेंद्र सिंह नयाल ने 11 मई को क्षेत्र के दर्जनभर गांवों में ग्रामीणों के बुखार, खांसी, जुकाम से परेशान होने की शिकायत की थी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग ने इन गांवों में टीम भेजकर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार व कोरोना जांच की मांग की थी। नयाल ने बताया स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र में दो टीमें भेज इन गांवों में ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण व कोरोना सैंपलिंग की है।
स्वास्थ्य टीम में शामिल डा. उपेन्द्र पंवार ने बताया कि पैडुल, बहेड़ाखाल, नाहसैंण, पल्ला, डडोगी व बीडिंग में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए। बताया कि 60 ग्रामीणों का मौके पर रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया, जिसमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हो पाई। लेकिन एहतियात के तौर पर 200 ग्रामीणों का आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया।

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