मादरे वतन पर शहीद हुए पौड़ी और रुद्रप्रयाग के दो लाल

शहादत को सलाम

  • जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में पाकिस्तान से आये आतंकियों का मुकाबला करते समय हुए थे जख्मी
  • बेहद खराब मौसम और दुर्गम पहाड़ियों के बावजूद जवानों ने शहीद होने से पहले आतंकियों को उड़ाया
  • शहीद जवानों में से उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से दो-दो और एक जवान राजस्थान से
  • मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने देवेंद्र सिंह और अमित कुमार (पौड़ी गढ़वाल) की शहादत को किया नमन

पौड़ी/रुद्रप्रयाग। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गये जिनमें उत्तराखंड के भी दो लाल शामिल हैं। एक अमर शहीद जवान पौड़ी का है और दूसरा रुद्रप्रयाग जिले का है।  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में घुसपैठियों के मंसूबों को नाकाम करते हुए उत्तराखंड के दोनों अमर शहीद जवानों देवेंद्र सिंह (रुद्रप्रयाग) और अमित अण्थवाल (पौड़ी गढ़वाल) की शहादत को नमन करते हुए ईश्वर से शहीदों की आत्मा की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की कामना की है। उन्होंने कहा कि सरकार शहीदों के परिजनों के साथ हर समय खड़ी है।
एक अमर शहीद जवान अमित कुमार पौड़ी जिले के कल्जीखाल ब्लॉक के कोला गांव का था। वह दो बहनों के इकलौते भाई थे। अमित की मां का नाम भगवती देवी और पिता का नाम नागेंद्र प्रसाद है।

शहीद अमित अण्थवाल

अमित की जुलाई 2019 में सगाई हुई थी और इसी साल अक्टूबर में शादी होनी थी। मगर नियति को तो कुछ ही और मंजूर था। अमित के शहीद होने की खबर से कोला गांव में मातम छाया हुआ है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों संग हुई मुठभेड़ में शहीद हुआ दूसरा जवान देवेंद्र सिंह रुद्रप्रयाग जनपद का तिनसोली गांव का निवासी था। देवेंद्र के शहीद होने के खबर से गांव में शोक का माहौल है। शहीद का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए गांव लाया जा रहा है।
गौरतलब है कि रविवार शाम को उत्तर कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार से आए पाकिस्तानी घसपैठियों के साथ हुई मुठभेड़ में पांच सैनिक शहीद हो गए। मुठभेड़ में पांच आतंकी भी मारे गए।
श्रीनगर में सेना के अधिकारियों ने रविवार देर रात को बताया कि कुपवाड़ा जिले में में आने वाले इस इलाके में सेना ने 3 और 4 अप्रैल की रात से घुसपैठ रोकने के लिए ऑपरेशन शुरू किया था। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी घुसपैठिए कुपवाड़ा के शमसबरी रेंज से भारतीय क्षेत्र में घुसे थे और पोसवाल के गुर्जर ढोक इलाके में छिपे थे।
पाकिस्तानी आतंकियों ने सेना की नजरों से बचते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की थी। खराब मौसम और ऊंची पहाड़ियों के बावजूद सेना के जवान घुसपैठियों का मुकाबला करने पहुंच गए। इसके बाद दोनों ओर से जमकर फायरिंग हुई, जिसमें पांच जवानों की शहादत हुई और सभी पांचों घुसपैठिए ढेर कर दिये गए। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में सेना का एक जवान मौके पर शहीद हुआ था। चार जवान घायल हुए थे, जिन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दो अन्य जवानों की मौत देर रात को हुई। शहीद जवानों में से दो-दो उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से और एक जवान राजस्थान से है।
सेना के अधिकारियों ने कहा कि घायल जवानों को घटनास्थल से लाने में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा। इस जगह भारी बर्फबारी हुई है, जिसके चलते रास्ते बंद हैं और ऊंची पहाड़ियों के चलते इलाका काफी दुर्गम है।

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