उत्तराखंड बोर्ड : विद्यालयी परीक्षा को लेकर लिया यह अहम फैसला

  • 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के साथ ही होंगी छह से 11वीं कक्षा तक की वार्षिक गृह परीक्षाएं

देहरादून। उत्तराखंड में विद्यालयी परीक्षा को लेकर शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस बार छठी से 11वीं कक्षा तक की वार्षिक गृह परीक्षाएं भी बोर्ड परीक्षा के साथ ही आयोजित होंगी। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम की अध्यक्षता में सचिवालय में शिक्षा अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में कोरोना गाइड लाइन के तहत परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है। परीक्षा के संबंध में जल्द ही शासनादेश जारी किए जाएंगे।
शिक्षा सचिव ने पिछले दिनों कहा था कि इस बार बोर्ड परीक्षाएं सीबीएसई के पैटर्न पर कराई जाएंगी, जिससे कि पाठ्यक्रम पूरा हो सकें। वहीं पिछले कुछ सालों में उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट 5 प्रतिशत तक गिरा है। इसे सुधारने पर भी इस बार बोर्ड का जोर है। सरकार ने कक्षा छह से 11वीं कक्षा तक की गृह परीक्षाएं कराने पर सहमति दे दी।
अब उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान ही गृह परीक्षाएं भी करा ली जाएंगी। यह व्यवस्था केवल सरकारी स्कूलों के लिए की जा रही है। प्राइवेट स्कूल अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार परीक्षाएं करा सकते हैं। शिक्षा सचिव ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि जल्द ही जल्द ही इसके विधिवत आदेश और टाइम टेबल जारी कर दिया जाएगा। ये परीक्षाएं एक प्रकार से छात्र के शैक्षिक मूल्यांकन की तरह होगी। इसके आधार पर कमजोर छात्रों का शैक्षिक स्तर बेहतर करने के लिए अलग से कार्यक्रम चलाया जाएगा। मालूम हो कि कोरोना की वजह से स्कूल बंद होने के कारण सरकार पहले गृह परीक्षाएं नहीं कराना चाहती थी। कोरोना का असर कम होने और स्कूल खुल जाने की वजह से छात्रों के शैक्षिक आंकलन के रूप में गृह परीक्षाएं कराने पर सहमति बन गई है।
विद्यालयी शिक्षा परिषद के अनुसार इस बार 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 1,48,828 और 12वीं बोर्ड परीक्षा में 1,23,485 विद्यार्थी शामिल होंगे। इनसें सबसे कम परीक्षार्थी 8,255 चंपावत जिले से हैं। वहीं सबसे अधिक परीक्षार्थी 44,143 हरिद्वार के शामिल हैं।

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