भाजपा के लेटेस्ट सर्वे का खुलासा
- देवभूमि में पार्टी स्तर पर अंदरखाने हुए सर्वे में 40 सीटों पर बताई बढ़त, लेकिन…
- जिन सीटों की जनता नाखुश, उन विधायकों का कटेगा पत्ता, नए चेहरे उतार सकती है पार्टी
देहरादून। प्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे जैसे निकट आते जा रहे हैं। सत्ता पक्ष सहित सभी दलों ने अभी से चुनाव जीतने की रणनीति पर जोर शोर से काम करना शुरू कर दिया है। लोगों का मूड भांपने के लिये पार्टियां अंदरखाने सर्वे भी करवा रही हैं और चुनावी मंथन कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार भाजपा अपना चुनावी सर्वे पूरा करवा चुकी है। जिसके आधार पर पार्टी में जीत और हार की सीटों का खाका तैयार किया जा रहा है।गौरतलब है कि इस बार भाजपा ने 60 पार का नारा दिया है, लेकिन उसके ही अपने सर्वे के अनुसार 40 से 42 सीटों पर ही बढ़त दिख रही है। सर्वे के मुताबिक इस वक्त 25 से 30 सीटें ऐसी हैं, जहां विधायकों के काम से जनता नाखुश है। यानी ऐसे विधायकों का पत्ता कट सकता है। माना जा रहा है कि 30 सीटों पर भाजपा नए चेहरे उतार सकती है।हालांकि विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतर चुकी भाजपा ने ‘युवा उत्तराखंड युवा मुख्यमंत्री’ का नारा दिया है। ऐसे में माना जा रहा कि आगामी चुनाव में भाजपा नए चेहरों को तवज्जो दे सकती है, क्योंकि करीब दो दर्जन विधायक इस कसौटी पर खरे नहीं उतर रहे। उल्लेखनीय है कि इससे पहले तमाम चुनावी सर्वे में भी भाजपा को पिछली बार के मुकाबले कम सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं।पिछले दिनों एबीपी सी वोटर ने उत्तराखंड चुनाव को लेकर सर्वे किया था। उनका सर्वे कहता है कि इस बार कांग्रेस को 36 फीसद वोट मिल सकते हैं जबकि भाजपा 41 प्रतिशत वोट हासिल कर सकती है। आम आदमी पार्टी इस बार के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए बड़ी चुनौती साबित होने वाली है। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार आम आदमी पार्टी प्रदेश में 12 प्रतिशत वोट हासिल करेगी। जबकि 11 प्रतिशत वोट अन्य दलों के खाते में जा सकते हैं।इस सर्वे के दावे के अनुसार भाजपा 36 से 40 सीटें हासिल कर सकती है। जबकि कांग्रेस को 30 से 34 सीटें मिलने का अनुमान है। आम आदमी पार्टी 2 सीटें और एक सीट निर्दलीय या अन्य पार्टी के खाते में जा सकती है। भाजपा के इस अंदरूनी सर्वे को पार्टी में अहमियत दी जा रही है और हाथ से फिसलने की कगार पर इन 30 सीटों पर जीत हासिल करने की रणनीति पर काम शुरू करने की तैयारी में भाजपा जुट गई है।